अपनी लापरवाही छिपानी के लिए पुलिस ने इंसानियत को भी शर्मसार कर दिया। मर चुके कैदी को हाथ को हथकड़ी लगाकर उसका इलाज कराने अस्पताल पहुंची। कैदी को परिजनों को भी गलत सूचना दी कि कैदी की तबीयत बिगड़ी और हमलोग अस्पताल में उसका इलाज करा रहे हैं। मामला हाजीपुर जेल का है।
चार दिन पहले ही जेल आया था बुजुर्ग
लालगंज निवासी बुजुर्ग राजकिशोर चार दिन पहले ही जेल में आया था। यहां आने पर उसकी तबीयत बिगड़ी और मौत हो गई। मगर, जेल प्रबंधन ने सबको उसके बीमार पड़ने की झूठी खबर दी। कैदी के परिवार वाले जब अस्पताल पहुंचे तो राजकिशोर मृत मिला। जेल प्रशासन ने परिवार को बताया कि कैदी बीमार था और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जब परिवार वालों ने अस्पताल प्रबंधन से जानकारी ली तो जेल प्रशासन का झूठ सामने आ गया। डॉक्टर ने बताया कि अस्पताल आने से पहले ही कैदी की मौत हो चुकी थी। अस्पताल में तो उसका कोई इलाज ही नहीं हुआ है। डॉ. शशांक ने कहा कि कैदी की डेडबॉडी अस्पताल आई थी। उसके हाथ में हथकड़ी भी लगी थी।
सात दिन पहले भी जेल में कैदी की हुई थी मौत
हाजीपुर जेल में सात दिन पहले भी एक कैदी की मौत हुई थी। 13 फरवरी को संदिग्ध परिस्थिति में एक कैदी की मौत का मामला सामने आया था। मामले में जेल प्रशासन खुद को पाक साफ बताया था।