इजरायल पर हमले के बाद हमास और गाजा पट्टी युद्ध का कहर झेल रहे हैं। लेकिन उन धमाकों के असर से बिहार की राजनीतिक जमीन हिल रही है। दरअसल, बिहार ही अभी तक ऐसा राज्य था, जहां कुछ माह पहले बने I.N.D.I.A. में कोई बड़ी खटपट नहीं थी। लोकसभा चुनाव का वक्त नजदीक आता तो ये दल कितने एक-दूसरे का साथ देते, यह तो आने वाला वक्त बताता लेकिन अभी मौजूदा हालात में कोई परेशानी नहीं थी। लेकिन इजरायल-हमास के युद्ध के कारण बिहार में I.N.D.I.A. की खटपट इस स्तर पर पहुंच गई कि जदयू विधायक ने माले विधायकों को राष्ट्रद्रोही बता दिया।
दरअसल, जदयू-राजद और कांग्रेस की सरकार को भाकपा माले और दूसरे वाम संगठनों का समर्थन है। लेकिन सोमवार को बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में फिलीस्तीनियों पर हो रहे इजरायल के हमलों को लेकर भाकपा माले के विधायक महबूब आलम, सौरभ सुमन आदि ने प्रदर्शन किया। जदयू को यही प्रदर्शन नागवार गुजरा है। भाकपा माले के विधायकों के प्रदर्शन को भाजपा ने सत्ता पक्ष का प्रदर्शन बताया है। भाजपा विधायक नीरज बबलू ने कहा कि सदन में पहली बार शोक सभा के दौरान हंगामा किया गया है। वह भी एक आतंकी संगठन के सपोर्ट में। पूरी दुनिया जानती है कि हमास एक आतंकी संगठन है। बिहार विधानसभा में सत्ता पक्ष के लोग आतंकी के साथ खड़े हैं।
वहीं जदयू ने भी इस मामले में न सिर्फ भाकपा-माले को अकेले छोड़ दिया है, बल्कि भाकपा माले के विधायकों को राष्ट्रद्रोही बताया है। जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार ने हमास का समर्थन करने वाले लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए। विष फैल जाने पर उंगली काट देनी चाहिए। नहीं तो विष फैल जाता है। ऐसे विधायकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ डॉ. संजीव कुमार ने यह भी कहा कि इन नेताओं को चुनाव के वक्त जनता भी समझाएगी।