गया के सीआरपीएफ कैंप परिसर स्थित रिमांड होम में सोमवार शाम एक नाबालिग कैदी ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक की पहचान डेल्हा थाना क्षेत्र के रहने वाले राजेश पासवान के 17 वर्षीय बेटे अमित कुमार उर्फ टकला पासवान के रूप में हुई है.
घटना सोमवार शाम करीब 6 बजे की है, जब रिमांड होम के वार्ड नंबर दो के बाथरूम से फांसी के फंदे पर लटका हुआ अमित का शव बरामद हुआ. घटना की सूचना मिलने पर रिमांड होम प्रशासन, रामपुर थाना की पुलिस और मृतक के परिजन मौके पर पहुंचे.
अमित को आनन-फानन में मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में ही रखा गया है. रामपुर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है. हालांकि, रिमांड होम प्रभारी ने इस मामले पर कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
जानकारी के अनुसार, अमित को 20 फरवरी को डेल्हा थाना क्षेत्र में हुई एक गोलीबारी मामले में गिरफ्तार किया गया था. उस पर दो मामले दर्ज थे – पहला डेल्हा थाने में दर्ज हत्या के प्रयास का मामला और दूसरा अवैध हथियार रखने का मामला.
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
रिमांड होम में हुई इस घटना ने नाबालिग कैदियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर अमित ने फांसी क्यों लगाई. घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आशीष भारती ने मामले की जांच के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया है.
अगामी कार्रवाई
पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिरकार अमित ने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया. साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित टीमों द्वारा भी जांच की जा रही है. उम्मीद की जाती है कि इस घटना के बाद रिमांड होमों में नाबालिग कैदियों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए कदम उठाए जा सकते हैं.