पटना: देश भर में कोलकाता के डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता को लेकर हड़ताल का आह्वान किया गया है ऐसे में इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के डॉक्अर भी हड़ताल पर चले गए हैं। बता दें पश्चिम बंगाल के कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत और उसके बाद महिला डॉक्टर की हत्या के बाद पूरे देश के डॉक्टरों में उबाल है। इस मामले को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा बुलाए गए विरोध में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी क्रम में राजधानी के अहम अस्पताल में गिने जाने वाले इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज यानि आइजीआइएमएस में डॉक्टर प्रदर्शन पर बैठ गये। इस हड़ताल से आपातकालीन सेवाएं बाधित हो गयी। वहीं इजीआइएमएस में प्रदर्शन कर रहे इन डॉक्टरों का कहना था कि कोलकाता की आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जो घटना हुई है, वैसी घटना किसी के साथ भी हो सकती है। धरने पर बैठे इन डॉक्टरों का कहना था कि हमारी मांग यही है कि अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि दूसरा कोई ऐसा करने की हिम्मत न कर सके। धरने पर बैठे डॉक्टर किशलय ने बताया कि महिला डॉक्टर के साथ रेप करके बेरहमी से हत्या की गई। हम सब जानते हैं कि उनके पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ दिखता है कि कितने अत्याचार के बाद महिला डॉक्टर को मारा गया था। हम लोग पहले से ही स्ट्राइक पर थे। ओपीडी हमारी बंद थी।
हम लोग इसी रूप में चलना चाह रहे थे लेकिन 14 अगस्त की रात में जो घटना घटी, हजारों की संख्या में लोग पुलिस प्रशासन के रहते हुए अस्पताल में घुसकर न केवल डॉक्टर और पेशेंट बल्कि उनके रिश्तेदारों को भी मारा धमकाया गया। हम सभी लोगों के मन में एक डर बैठ चुका है। आज आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुआ, कल वह हमारे कॉलेज में भी हो सकता है। हमारे यहां रात में महिला इंटर्न और डॉक्टर ड्यूटी करती है और सुबह निकलती है। सिक्योरिटी हमारे यहां है लेकिन अभी तक कोई पुख्ता कानून नहीं बना है, जिससे हम लोगों को प्रोटेक्शन मिले। हमारी इमरजेंसी में ही हर 10- 15 दिन पर कोई न कोई ऐसी घटना सुनने को मिल जाती है। इसमें डॉक्टर के साथ एसाल्ट का प्रयास किया जाता है। सिक्योरिटी पूरी मेहनत करती है लेकिन एक बार में इतनी भीड इकट्ठा हो जाए और वह कुछ भी करें तो हम बचाने वालों को ही चोट लगती है।वहीं धरने पर बैठी महिला डॉक्टर असफिया आलम ने कहा कि हम लोग धरने पर इसलिए बैठे हैं कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में जो घटना घटी, हम लोग उसके साथ खड़े हैं। पूरे देश भर के कॉलेज इसके सपोर्ट में हैं। हम लोग यह चाहते हैं कि उस महिला को न्याय मिले। इसके अलावा हमारी यह भी मांग है कि कोई भी महिला जो न केवल डॉक्टर हो बल्कि कोई अन्य भी हो। उसके साथ यह घटना घट सकती है। जब कॉलेज कैंपस में ये हो रहा है तो सोच सकते हैं कि बाहर महिलाएं कितनी ज्यादा असुरक्षित हैं। हम लोग भी अपने कैंपस में घूम रहे थे लेकिन आज हमारे मन में डर बैठ गया है। हम रात में 11:00 बजे के करीब अपने कैंपस से निकाल सकते हैं या नहीं? यह 24 घंटा सातों दिन खुला है लेकिन हमारे दिल में एक डर बैठ गया है। हमारी मांग है कि उस महिला को न्याय मिले। जो अपराधी है उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले। ताकि बाकी लोगों को एहसास हो कि यह कितना बड़ा जुर्म है। हमें प्रोटेक्शन चाहिए। एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से, सरकार को भी कदम उठाने की जरूरत है। बता दें कि कोलकाता की ये घटना अब देशव्यापी आंदोलन का रूप ले चुकी है। इस मामले में हो रहे विरोध प्रदर्शन का , खामियाजा बेचारी गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है ।