अररिया जिले के रानीगंज प्रखंड के मझुआ पूरब पंचायत के चीरवाहा टोला में रहने वाले तीन महादलित बच्चों की मौत ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। मात्र 12 घंटे के भीतर तीन बच्चों के मौत से गांव में दहशत का माहौल है।
मृतक बच्चों में अंकुश कुमार (2 माह), गौरी कुमारी (8 वर्ष) और रौनक कुमार (4 वर्ष) शामिल हैं। इन बच्चों ने अचानक तेज बुखार के बाद दम तोड़ दिया। दो अन्य बच्चे मुस्कान कुमारी (2 वर्ष) और गोपाल कुमार (3 वर्ष) भी गंभीर रूप से बीमार हैं और उनका इलाज पूर्णिया के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
क्या है मामला:
परिजनों के अनुसार, बच्चों को पहले तेज बुखार आता है, फिर शरीर में ऐंठन होती है और अंततः बच्चे दम तोड़ देते हैं। रविवार की शाम से सोमवार की सुबह तक तीन बच्चों की मौत हो चुकी है।
गांव में मातम का माहौल:
इस घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। महादलित परिवारों के लिए यह एक बड़ी त्रासदी है। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर उनके बच्चों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है।
प्रशासन की भूमिका:
इस घटना के बाद प्रशासन को इस मामले की गंभीरता से लेनी चाहिए और इसकी जांच करनी चाहिए। यह पता लगाना जरूरी है कि आखिर इन बच्चों की मौत का कारण क्या है। क्या यह कोई संक्रामक बीमारी है या फिर कोई अन्य कारण है