वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) की सैर करने वाले पर्यटकों के लिए जरूरी खबर है. मानसून आने वाला है, बाघों और अन्य जंगली जीवों का प्रजनन काल भी शुरू हो रहा है, साथ ही वन मार्गों की हालत भी खराब है, जिनकी मरम्मत की जानी है। इन सब को ध्यान में रखते हुए वीटीआर प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 29 जून से 30 सितंबर तक जंगल सफारी, साइकिल सफारी और बोट सफारी बंद करने का फैसला किया है।
बता दें कि यह आदेश वीटीआर के क्षेत्र निदेशक डॉ नेशामणि द्वारा जारी किया गया है। आदेश में बताया गया है कि गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने की संभावना को देखते हुए बोटिंग को भी बंद कर दिया गया है।
वीटीआर में पर्यटन का नजारा
वाल्मीकिनगर, मंगुराहा और गोवर्धन के निर्धारित पर्यटन क्षेत्रों में जंगल सफारी वीटीआर आने वाले पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली चीज़ है। इसके अलावा लालभितिया सूर्यास्त बिंदु, कौलेश्वर झूला, इको पार्क, गोल घर और बोट सफारी भी पर्यटकों को खूब आकर्षित करते हैं। आने वाले पर्यटन सीजन में मंगुराहा में नेचर ट्रेल और बर्ड ट्रेल की भी शुरुआत की जा सकती है। साथ ही, पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के लिए डिवीजन एक में कई तरह की पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।
वीटीआर में पर्यटकों की बढ़ती संख्या
बाघों की संख्या में हो रही वृद्धि और लगातार बेहतर होती जा रही पर्यटन सुविधाओं की वजह से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। उदाहरण के तौर पर, 2014-15 में जहां कुल 30,356 पर्यटकों ने वीटीआर का दौरा किया था, वहीं 2023-24 में यह संख्या बढ़कर 3,22,071 तक पहुंच गई। इसी तरह 2024-25 के अप्रैल से जून के बीच ही 1,36,976 पर्यटक वीटीआर आ चुके हैं।