इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) ने अपने खाताधारकों को साइबर धोखाधड़ी से सावधान रहने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बैंक ने कहा है कि साइबर ठग ग्रामीणों और कम पढ़े-लिखे लोगों को सरकारी योजनाओं के तहत धनराशि मिलने का प्रलोभन देकर उनसे बैंकिंग डेटा और दस्तावेजों की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं और उनके खाते से पैसे निकाल लेते हैं।
संचार मंत्रालय के डाक विभाग के अंतर्गत संचालित आईपीपीबी में छोटी बचत योजनाओं समेत केंद्र और राज्य सरकार की 1,000 से ज्यादा कल्याणकारी योजनाओं के लिए खाते खोले जाते हैं। इनमें सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ, पीएम किसान सम्मान निधि, बीमा फसल योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत लाभार्थियों के खाते में सीधे पैसे भेजे जाते हैं।
साइबर ठगी का खतरा बढ़ा
आईपीपीबी ने कहा है कि इन योजनाओं के लाभार्थियों पर साइबर ठगी का खतरा बढ़ गया है। बैंक ने खाताधारकों को अज्ञात व्यक्तियों के साथ अपना व्यक्तिगत विवरण या बैंकिंग डेटा साझा नहीं करने की चेतावनी दी है।
आईपीपीबी खाताधारकों के लिए निर्देश:
- लेन-देन करने या पैसा भेजने से पहले कंपनी और व्यक्ति को सत्यापित करें।
- बैंक खाता खोलने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का उपयोग न करें।
- लेन-देन की वास्तविकता को जाने बिना कोई पैसा स्वीकार न करें या न भेजें।
- बैंक खाते का नियंत्रण किसी के साथ साझा न करें।
- बैंकिंग डेटा, जैसे कि एटीएम पिन, ओटीपी, CVV, आदि किसी के साथ साझा न करें।
- बैंक की ओर से कभी भी फोन, एसएमएस या ईमेल के माध्यम से बैंकिंग डेटा नहीं मांगा जाता है।
- यदि आपको कोई संदिग्ध कॉल या एसएमएस आता है, तो तुरंत बैंक की हेल्पलाइन से संपर्क करें।
आईपीपीबी हेल्पलाइन:
- टोल-फ्री नंबर: 1800-180-0444
- फोन नंबर: 011-23382000