बिहार शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए राज्य के सभी निजी स्कूलों का भी प्रतिदिन निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। यह पहल सरकारी स्कूलों की तर्ज पर की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निजी स्कूल भी शिक्षा के उच्च मानकों का पालन कर रहे हैं।
निरीक्षण कर्मियों की जिम्मेदारी
शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार प्रत्येक निरीक्षण कर्मी को एक दिन में कम से कम 10 स्कूलों का निरीक्षण करना होगा। इनमें से कम से कम सात सरकारी स्कूल और तीन निजी स्कूल शामिल होंगे। निरीक्षण कर्मियों को प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट जिला शिक्षा कार्यालय में जमा करनी होगी।
निरीक्षण के दौरान क्या-क्या जांचा जाएगा:
- आरटीई के तहत नामांकन : निरीक्षण कर्मियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि निजी स्कूल आरटीई के तहत निर्धारित संख्या में गरीब और वंचित बच्चों को नामांकन दे रहे हैं।
- ई-संबंधन पोर्टल पंजीकरण: सभी निजी स्कूलों को ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीकृत होना अनिवार्य है। निरीक्षण कर्मी यह जांचेंगे कि क्या सभी स्कूलों ने ऐसा किया है।
- शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या: निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाएगा कि क्या स्कूल में शिक्षकों और कर्मचारियों की संख्या पर्याप्त है।
- स्कूल वाहनों का पंजीकरण और मानक: निरीक्षण कर्मी यह भी सुनिश्चित करेंगे कि स्कूल वाहनों का उचित पंजीकरण है और वे सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं।
- विशेष बच्चों के लिए सुविधाएं: निरीक्षण कर्मी यह भी देखेंगे कि क्या स्कूल में हैंडीकैप बच्चों के लिए रैंप, रेलिंग और व्हीलचेयर जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।
- छात्रावासों और सीक रूम की स्थिति: निरीक्षण कर्मी छात्रावासों और सीक रूम की स्थिति की भी जांच करेंगे, जिसमें बेड, बेडशीट और स्वच्छता का ध्यान रखा जाएगा।
- प्रथम उपचार सुविधाएं: निरीक्षण के दौरान यह भी देखा जाएगा कि स्कूल में आपातकालीन स्थिति में बच्चों को प्राथमिक उपचार देने के लिए आवश्यक दवाएं और सुविधाएं मौजूद हैं या नहीं।
अनुपालन न करने वालों पर कार्रवाई:
जो निजी स्कूल ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीकरण नहीं कराते हैं या यूृ-डायस कोड जेनरेट नहीं कराते हैं, उनके खिलाफ जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा कार्रवाई की जाएगी। निजी स्कूलों में निरीक्षण के दौरान किन-किन मानकों की जांच करना है इसका भी फॉर्मेट जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से तैयार कर लिया गया है. फॉर्मेल में कुल 15 कॉलम है जिसे भर कर उसकी रिपोर्ट प्रतिदिन निरीक्षण कर्मियों को सौंपनी होगी.