लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण (Loksabha Election Seventh Phase) में कल बिहार की आठ सीटों-पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, काराकाट, सासाराम, जहानाबाद और नालंदा संसदीय क्षेत्र में चुनाव होना है। मतदान सुबह 7 बजे शुरू हो जाएगा। चुनाव अयोगी की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ईवीएम और VVPAT मशीन को पोलिंग बूथ पर भेजने का काम शुरू हो गया है। चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से हो इसके लिए भी व्यवस्था कर ली गई है।
8 सीटों पर कुल 134 प्रत्याशी
सातवें चरण के लोकसभा चुनाव में 8 सीटों पर कुल 134 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें 12 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। करीब डेढ़ करोड़ मतदाता 1 जून को इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला लेने वाले हैं। चुनाव आयोग की जानकारी के अनुसार कुल एक करोड़ 62 लाख 4594 मतदाता हैं।
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अंतिम चरण के मतदान में पटना साहिब से पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, आरा से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, काराकाट से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव और आरजेडी से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के भाग्य का फैसला होना है।
तीन सीटों पर लड़ाई सबसे दिलचस्प
अंतिम चरण की लड़ाई के लिए तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। एक ओर जहां एनडीए ने पिछली बार की जीती हुई आठों सीटों को बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत लगा दी है तो वहीं दूसरी तरफ INDI गठबंधन ने भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है। लेकिन, इन आठों सीटों पर जीत हार तय करने का समीकरण काफी दिलचस्प है।
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काराकाट, जहानाबाद और बक्सर पर सबसे अधिक नजरें हैं। तीसरे कोण ने इस सीट के मुकाबले को रोचक बना दिया है। यह तीसरा कोण जीतने की क्षमता भले ही न रखता हो, लेकिन हार में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। अंतिम चरण में सबसे रोचक लड़ाई काराकाट में दिख रही। यही कारण है कि अंतिम समय तक एनडीए और इंडिया अलायंस के उम्मीदवार पूरी ताकत लगाकर चुनाव प्रचार में जुटे रहे।