बिहार में आर्थिक विकास को गति देने की दिशा में अहम कदम उठाया गया है। बिहार निवेश प्रोत्साहन पर्षद (बीआईपीपी) की 2 जुलाई को हुई 56वीं बैठक में कुल 1528 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। इनमें कई बड़े निवेश प्रस्ताव शामिल हैं, जिनसे राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
बड़े निवेश प्रस्ताव:
- सारण में 700 करोड़ का अस्पताल: सारण जिले के एकमा में 1500 बेडों का एक अत्याधुनिक अस्पताल स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना में 700 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
- पटना में आईटी हब: पटना के पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में आईटी और आईटी से जुड़ी सेवाओं वाली एक कंपनी 232 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इससे राज्य में आईटी क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
- पटना में लग्जरी होटल: बिहार टूरिज्म पॉलिसी के तहत अंबुजा नियोटिया होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड पटना में 213 करोड़ रुपये का निवेश कर एक आलीशान होटल खोलेगी। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- वैशाली में लॉजिस्टिक पार्क: वैशाली जिले के चक चमेली में लॉजिस्टिक क्षेत्र में 154.7 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी गई है। यहां लॉजिस्टिक पार्क और वेयरहाउस बनाया जाएगा। इससे ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
- पालीगंज में नर्सिंग कॉलेज: पालीगंज में 100 सीटों का एक नर्सिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को भी हरी झंडी दिखाई गई है।
अन्य क्षेत्रों में भी निवेश:
खाद्य प्रसंस्करण, राइस मिल, जनरल मैन्युफैक्चरिंग, प्लास्टिक और रबर, नवीकरणीय ऊर्जा और लकड़ी उद्योग जैसे क्षेत्रों में भी कुल मिलाकर 436 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है।
वित्तीय स्वीकृतियां भी जारी:
बैठक में सिर्फ नए निवेश प्रस्तावों को ही हरी झंडी नहीं मिली, बल्कि पहले स्वीकृत 13 परियोजनाओं को 182 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति भी प्रदान की गई है। इनमें लॉजिस्टिक, जनरल मैन्युफैक्चरिंग, खाद्य प्रसंस्करण और राइस मिल क्षेत्र की परियोजनाएं शामिल हैं।
आगे की राह:
उम्मीद जताई जा रही है कि इन स्वीकृतियों से बिहार में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और राज्य के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।