बिहार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) के मंत्री नीरज बबलू ने शुक्रवार को विभाग सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान 4400 करोड़ रुपये के टेंडर को संशोधित करने की घोषणा की। उन्होंने खुलासा किया कि महागठबंधन सरकार के दौरान दिए गए कुछ टेंडर में गड़बड़ी पाई गई थी, जिसके चलते इन टेंडरों को निरस्त करने का फैसला लिया गया है।
मंत्री नीरज बबलू ने बताया कि पहले 836 करोड़ रुपये के टेंडर रद्द किए गए थे और अब 3600 करोड़ रुपये के टेंडरों को निरस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग ने इन गड़बड़ियों को ध्यान में रखते हुए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके तहत पुश नल लगाने और पानी की टंकियों पर सोलर प्लेट्स लगाने का प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि पहले की टेंडर प्रक्रिया में छूटे हुए टोलों को भी रिटेंडर प्रक्रिया में शामिल किया गया है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि एक माह के भीतर रिटेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और इसके बाद काम तेजी से शुरू होगा।
नीरज बबलू ने बताया कि विभाग ने पारदर्शिता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि जनता को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं मिलें और किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
विभाग ने सोलर प्लेट्स लगाने का निर्णय लिया है ताकि पानी की टंकियों को सौर ऊर्जा से संचालित किया जा सके। इससे ऊर्जा की बचत होगी और पर्यावरण के प्रति विभाग की प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित होगी।
प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री ने यह भी बताया कि इस प्रक्रिया को तेज़ी से पूरा करने के लिए विभाग ने विशेष टीमें गठित की हैं जो टेंडर प्रक्रिया की निगरानी करेंगी और यह सुनिश्चित करेंगी कि सभी काम समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा हो।