बिहार में लगातार हो रही बारिश (Bihar Flood) और पड़ोसी देश नेपाल के हिमालयी और तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। प्रदेश में कई नदियां उफन गयी हैं। जिसका सीधा असर आम लोगों पर पड़ा है। खुद सीएम नीतीश कुमार इस गंभीर मसले पर आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का एरियल सर्वे कर रहे हैं, ऐसे में प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार जिम्मेदार पद पर हैं, वह देखेंगे।
प्रदेश राजद ऑफिस में लंबे अरसे के बाद मीडिया से बातें करते हुए जगदानंद सिंह ने एक के बाद एक कई मसलों पर बातें की। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार बताएंगी कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं। उनका कहना था कि बिहार में तटबंधों के भीतर बाढ़ नहीं है। सबको यह जानकारी है कि बाढ़ नेपाल में है, और नदियां बिहार से गुजरते हुए सारी पानी को लेकर जाती हैं। गंडक और कोसी दो बड़ी नदियां हैं।
गंडक के जलस्तर में लगातार गिरावट, लोगों ने ली राहत की सांस… नीतीश कुमार ने लिया गंडक बैराज का जायजा
जगदानंद सिंह ने कहा कि गंडक और कोशी में पानी आठ लाख कुसेक आता है तो खतरा है। तठबंध ही बाढ़ को रोक सकते हैं। तठबंध का सुरक्षित रहना जरुरी है। पैनिक क्रिएट करना सही नहीं। नदियों के भीतर अभी एक तिहाई पानी खतरा अभी नहीं। तठबंध के अंदर लोग है, इसलिए खतरा है, सावधानी बरतना जरुरी है। छोटो-छोटी नदियों की उड़ाही की गई। नदी की मीट्टी बेच डाली गई। ठेकादारों ने पुल के नीव को खुदाई में कमजोर कर दिया।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार में सुल्तानी आपदा दिख रही है, राज्य का दोष है। प्राकृतिक आपदा ये नहीं है। वैज्ञानिक इसकी जांच करेंगे। पुल का ख्याल नहीं रखा गया। विभाग किनके पास था ये बहस का मुद्दा नहीं। विभाग हमेशा सीएम के करीबी लोगों के पास रहा है, ये तेजस्वी ने कहा है। उन्होंने कहा कि इरिगेशन कमिटी ने बाढ़ पर पहले ही अपनी रिपोर्ट दे दी है। सभी चीजों का उसमें जिक्र है। बिहार बाढ़ के लिए भारत सरकार का 100 फीसदी दोष है। कोशी हाई डैम नहीं बना। उस वक्त की सरकार से जब बोला गया तब जवाब ये मिला की इतनी बिजली का क्या करेंगे।