हिमाचल प्रदेश में 30 नवंबर को ड्यूटी के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के जवान संजीव भंडारी (26) का पार्थिव शरीर सोमवार को उनके पैतृक घर बिहार के सुपौल जिले के गम्हरिया गांव पहुंचा। तिरंगे में लिपटा हुआ उनका शव देखते ही परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। उनके छोटे बच्चे का जन्मदिन आने से पहले ही जवान के शहीद होने की खबर ने घर में चीख-पुकार मचा दी।
संजीव भंडारी की पत्नी, मधु कुमारी, जिन्होंने अपने छोटे बेटे के साथ शहीद पति का अंतिम संस्कार किया, ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनका एक साल का बेटा मामा की गोद में था। जवान का अंतिम संस्कार सोमवार शाम 6.30 बजे किया गया।
30 नवंबर को संजीव ड्यूटी के दौरान पहाड़ से फिसलकर खाई में गिर गए थे। उन्हें गंभीर घायल अवस्था में चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनकी शहादत से परिवार और गांव में गहरा दुख है, और हर कोई उनके बलिदान को श्रद्धांजलि दे रहा है। संजीव की शहादत ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे गांव को भी झकझोर दिया है।