कक्षा 1 से 8 तक पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्रों की छात्रवृत्ति में कटौती की गई है। इसको लेकर बिहार की सड़कों पर संग्राम जारी हो गया है। इस दौरान सारण में शनिवार को स्थानीय नगरपालिका चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन कार्यक्रम जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के निर्देश पर आयोजित किया गया। जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने पुतला दहन कार्यक्रम समाप्ती के पश्चात मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 2015 के बाद केन्द्र सरकार की गलत नीति के कारण अति पिछड़ा एवं अति पिछड़ा मद छात्रवृति योजना की राशि को बंद कर दिया गया है।
JDU ने जमकर किया विरोध
उन्होंने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वर्ष 2011 से 15 तक ऐसा दौर था कि आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावक भी छात्रवृति के सहारे अपने बच्चों को इंजीनियर बना देते थे। उस समय हर छात्र को 50 हजार से एक लाख तक कल्याण विभाग के माध्यम से छात्रवृति के रूप में मिल जाता था। पीएम मोदी और आमित साह का पुतला दहन करते हुए जदयू जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने जमकर विरोध जताते हुए अति पिछड़ा एवं पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ नाइंसाफी बताया। उन्होंने केन्द्र सरकार को पूंजीपतियों की सरकार बताते हुए इसे गरीब विरोधी सरकार करार दिया।
पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने किया। इस अवसर पर बड़ी तादाद में जदयू के पदाधिकारी नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे। जिसमें जयप्रकाश यादव, सुरेश कुमार सिंह, सत्यप्रकाश यादव,राजेश त्यागी,चंद्रभूषण पंडित, डॉ0 इंद्रकान्त विश्वकर्मा,कुसुम देवी, मनोज पटेल रविंदर सिंह, ई0 प्रभास संकर, सकीला बानो, लालमुनी देवी, छठीलाल प्रसाद, रवि प्रकाश,दिलीप ठाकुर,गुड्डू खान,सम्भु मांझी,डॉ0 जयप्रकाश भारती,दिगंबर तिवारी,ईश्वर राम,सुनील कुशवाहा,सादाब आलम मुन्नू,जहागीर आलम मुन्ना, बर्जेश सिंह,वसीम खान,पवन वर्मा,संतोष शर्मा,भोलू शर्मा,सुनील शर्मा,सदाम हुसैन, अमजद अली,जाकिर अली अंसारी,इत्यादि सम्मिलित थे।