जेडीयू प्रदेश कार्यालय में मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार और राजीव रंजन ने प्रेस कांफ्रेंस कर इलेक्टोरल बॉन्ड (Electoral Bonds) पर खुलासा करते हुए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार के अंदर पूर्ण शराबबंदी है, तेजस्वी यादव के पिता लालू यादव ह्यूमन चैन और शराबबंदी की सपथ शामिल में होते हैं और शराब कंपनियों से करोड़ो का चंदा लेते है। जुलाई 2023 से जनवरी 2024 तक राजद को कुल 70 करोड़ रुपए का चुनावी चंदा आया। राजद ने 46 करोड़ 64 लाख रुपए शराब कंपनियों से इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में चंदा लिया गया।
शराब कंपनियों के साथ लुकाछिपी का खेल
जेडीयू नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव की शराब वायपारियों से क्या डील हुई थी यह उन्हें बताना चाहिए। ये शराब की कंपनी बंगाल की थी जिनसे राजद को करोड़ों का चुनावी बॉन्ड मिला था। तेजस्वी शराब कंपनियों के साथ लुकाछिपी का खेल खेल रहे थे। तेजस्वी बताएं शराब कम्पनियों से बिहार में शराब खुलवाने के नाम पर कितने की डील हुई थी।
RJD ने महिला युवाओं के हितों की अनदेखी की
2023-24 में जिस शराब कंपनी का प्रॉफिट है 13.78 करोड़ है। वह शराब कंपनी राजद को 46 करोड़ चंदा दे रही है। शराबबंदी क़ानून मानव सूचकांक को बेहतर बनाने के लिए बनाया गया है। लेकिन तेजस्वी यादव ने महिला युवाओं के हितो की अनदेखी करते हुए शराब कंपनियों से सौदा किया।
इंडी गठबंधन भ्रष्टाचारियों को बचाने का गठबंधन है, भागलपुर में गरजे जेपी नड्डा
वहीं राजीव रंजन ने कहा कि 12 अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 तक जेडीयू को केवल 14 करोड़ लेक्टोरल बॉन्ड के रूप में मिले, तेजस्वी बताएं की आखिर शराब कंपनियों ने उन्हें यह चंदा क्यों दिया , नहीं तो इस मामले में आगे और खुलासे जदयू की ओर से किए जायेंगे।