सीतामढ़ी : बिहार में आई बाढ़ के बाद प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के ढुलमुल रवैये के प्रति लोगो का गुस्सा अब फूटने लगा है। समय पर सहायता न मिलने पर अब बाढ़ प्रभावित लोगों का आक्रोश सरेआम देखने को मिल रहा है। सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर से जेडीयू विधायक पंकज मिश्रा बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलने पहुंचे तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। राहत नहीं मिलने से नाराज लोगों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाढ़ प्रभावित गांवों में देर से आने पर ग्रामीणों ने जेडीयू विधायक पंकज मिश्रा को खूब खरी खोटी सुनाई और उनके सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरु कर दिया।
लोगों ने आरोप लगाया कि फ़ोन करने पर विधायक फोन नहीं उठाते। उन्हें काफी दिनों से बुलाया जा रहा है पर वो नहीं आ रहे। सिर्फ अपने क्षेत्रों का दौरा करते हैं। हालांकि विधायक ने अपनी सफाई में कहा कि वह सभी गांवों का दौरा कर रहे हैं। हर जगह जा रहे हैं। लेकिन लोग उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे, और उनके सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। विधायक इसके बाद वहां से कटते नजर आए।
बता दें रून्नीसैदपुर प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत बागमती तटबंध के ध्वस्त होने से 35 गांवों की लगभग दो लाख से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ चुकी है। यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब बेलसंड प्रखंड के मधकौल और सौली तथा रून्नीसैदपुर प्रखंड के तिलकताजपुर और खड़हुआ गांव के समीप तटबंध टूट गए। इस बाढ़ ने न केवल स्थानीय जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया, बल्कि सैकड़ों परिवारों को अपने घरों से पलायन करने पर मजबूर कर दिया।
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बाढ़ के पानी ने कई गांवों में प्रवेश कर लिया है, जिससे लोगों को ऊंचे स्थानों, तटबंधों या एन एच-77 पर शरण लेने की आवश्यकता पड़ी। इससे प्रभावित क्षेत्रों में पशुपालकों को अपने मवेशियों की सुरक्षा और चारे की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, बाढ़ के कारण सड़कें भी अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया है।