लोकसभा में वक्फ़ बिल गुरुवार को पेश किया गया। विपक्ष ले वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक का विरोध किया जबकि एनडीए में शामिल भाजपा के साथी दलों ने इसका समर्थन किया है। जदयू ने भी वक्फ बिल को अपना समर्थन दिया। जदयू सांसद सह केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इस बिल का समर्थन करते हुए संसद में कहा कि ये बिल मुस्लिम विरोधी नहीं है। उन्होंने समर्थन देने की वजह भी बतायी।
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वहीं आरजेडी के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने वक्फ बोर्ड बिल पर जेडीयू नेता ललन सिंह द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार किया है। शक्ति सिंह यादव ने कहा कि वक्फ बोर्ड बिल पर जदयू नेता ललन सिंह ने जो बातें कही है उससे जनता दल यूनाइटेड का मुस्लिम विरोधी और आतंकी विरोधी चेहरा खुलकर सामने आया है। भारतीय जनता पार्टी के हिडन एजेंडा पर जदयू काम करती है। जदयू भाजपा का मुखौटा है। इस बिल का समर्थन जनता दल यूनाइटेड संसद भवन में कर रही है। ललन सिंह ने जिस तरीके से जो बाते कही है अब एक एक लोग समझ चुके हैं कि जनता दल यू अब भाजपा बन गई है। जनता दल यूनाइटेड पहले से अल्पसंख्यक विरोधी थी और अब तो साबित भी हो गया है। जनता दल यूनाइटेड को स्पष्ट करना चाहिए।
जदयू ने किया है बिल का समर्थन
संसद में वक्फ बिल के समर्थन में बोलते हुए जदयू सांसद सह केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा कि मैंने कई साथियों की बात यहां सुनी। कई साथियों की बात सुनने पर ऐसा लगा कि जैसे ये जो संसोधन बिल वक्फ बोर्ड को लेकर लाया गया वो मुसलमान विरोधी है। मैं पूछता हूं कहां से ये मुसलमान विरोधी है। इसका कौन सा कानून इसे मुसलमान विरोधी दिखाता है? ललन सिंह ने विपक्ष को निशाने पर लिया और कहा कि यहां अयोध्या के मंदिर का उदाहरण दिया जा रहा है। अगर मंदिर और संस्था में आपको अंतर समझ नहीं आ रहा है तो कौन सा तर्क खोज रहे हैं?
ललन सिंह ने कहा कि ये मंदिर नहीं है। आपकी मस्जिद से छेड़छाड़ का प्रयास नहीं किया जा रहा है। यह कानून से बना हुआ एक संस्था है। उस संस्था को चलाने और पारदर्शी बनाने के लिए एक कानून बनाया जा रहा है। ललन सिंह ने कहा कि ये वफ्क बोर्ड कैसे बना। यह बना भी तो किसी कानून से है। धर्म के नाम पर कोई बंटवारा नहीं हो रहा है। ये भ्रम फैला रहे हैं। ललन सिंह ने कहा कि इस बिल को हमारा समर्थन है और ये बिल आना चाहिए।