नए साल में अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियो के बीच इसके न्यौते को लेकर अलग ही तरह का बवाल है। कई नेताओं को न्यौता मिल गया है तो कई इंतजार में है। कुछ का यह कहना है कि न्यौते पर भी नहीं जाएंगे। तो कई न्यौता मिलने पर जाने की बात कर रहे हैं। इस बीच बिहार में जदयू के मंत्री और नीतीश के करीबी सांसद कौशलेंद्र कुमार ने न्यौते पर अपनी भड़ास निकाली है। उन्हें न्यौते वाली बात ही पसंद नहीं है। समारोह के लिए दिए जा रहे न्यौते पर भड़के नालंदा से लोकसभा सांसद कौशलेंद्र ने कहा कि “वो न्यौता दे क्यों रहे हैं, किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या?”
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जदयू सांसद के विवादित बोल
जदयू सांसद कौशलेंद्र ने कहा कि “क्या किसी के बेटे का ब्याह है जो निमंत्रण दिया जा रहा है। निमंत्रण की क्या जरुरत है। न्यौता नहीं देंगे तो क्या हम अयोध्या नहीं जाएंगे? अयोध्या जाइए, न्यौता की क्या जरुरत है। वो न्यौता दे क्यों रहे हैं? किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या? या फिर किसी के यहां औरत-बेटा का ब्याह है? जो न्यौता भेजा जा रहा है। बेफकूब आदमी है, जो न्यौता दे रहा है। अयोध्या सबका है। अगर वो अयोध्या को कब्जे में लेना चाह रहे। तो उनका थोड़े ही हो जाएगा।
मंदिर पर जदयू सांसद से पहले तेजस्वी के बयान पर भी हुआ था बवाल
जदयू सांसद कौशलेंद्र अकेले नहीं हैं, जिन्होंने मंदिर प्राणप्रतिष्ठा पर विवादित बयान दिया है। इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का एक बयान भी राजनीतिक बयानबाजी को बढ़ावा दे चुका है। तेजस्वी ने कहा था कि “अगर आपका पैर कट जाए, आप बीमार हो जाएं तो कहां जाएंगे, मंदिर या अस्पताल। भूख लगेगी तो मंदिर जाने से पेट भरेगा।” तेजस्वी के इस बयान पर भाजपा नेताओं ने कहा था कि मंदिर से पहले वहां जो था, उसमें भी इलाज नहीं होता था।