पिछले 4 महीने से जदयू और राजद के साथ महागठबंधन की सरकार बिहार में चल रही है। लेकिन नए साल में जदयू और राजद में सबकुछ सामान्य नहीं दिख रहा है। दरअसल, जदयू और राजद में रार ठन गई है। इस बार बात इशारों में नहीं है, बल्कि वार और पलटवार आमने सामने से है। शुरू राजद ने सीएम नीतीश पर वार कर की तो जदयू ने कोई लाज-लिहाज नहीं रखा और मोर्चा सीधे तेजस्वी यादव के खिलाफ खोला है। राजद की तरफ वार बगावती पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने की। रौ में बहते हुए सुधाकर ने सीएम नीतीश पर ऐसी बात कही कि अब तक दोस्ती और समाजवाद की गलबहियां डाले फिर रहे जदयू और राजद नेता दो फाड़ हो गए। जदयू की ओर से मोर्चा उपेंद्र कुशवाहा ने संभाल लिया है।
नए साल में तेजस्वी-नीतीश की जोड़ी को लगा बड़ा झटका
सुधाकर ने बताया नीतीश को शिखंडी
महागठबंधन सरकार बनने के बाद कृषि मंत्री बने सुधाकर सिंह और सीएम नीतीश कुमार में बिल्कुल नहीं बनती। शायद यही कारण रहा कि सुधाकर मंत्रीमंडल से बाहर हो चुके हैं। राजद ने भी इस मामले को तूल नहीं दिया। लेकिन सुधाकर हैं कि मानते नहीं। वे लगातार नीतीश पर हमला कर रहे हैं। कभी तानाशाह बताते हैं तो कभी उन नीतियों को बकवास बताते हैं, जिन्हें नीतीश कुमार अपनी खासियत मानते हैं। आमतौर पर नीतीश कुमार पर हमला बोलना सुधाकर सिंह की फितरत में शामिल हो गया है। इस बार तो उन्होंने नीतीश कुमार को शिखंडी बता दिया।
लाल हुए उपेंद्र, तेजस्वी को सीधा पत्र
पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह की इस गुस्ताखी पर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ऐसे नाराज हुए कि उन्होंने सीधे तेजस्वी को पत्र लिख दिया। सोशल मीडिया पर जारी इस पत्र के माध्यम से उपेंद्र कुशवाहा ने सुधाकर की शिकायत नहीं लगाई है बल्कि तेजस्वी यादव को चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा है कि सुधाकर सिंह उस शख्सियत को “शिखंडी” कह रहें हैं जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की “मर्दानगी” दिखाई थी। एक तरह से उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव को जंगलराज की याद दिलाई है। यही नहीं उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा है कि ऐसे बयानों पर जितनी जल्दी रोक लगे उतना श्रेयस्कर होगा। गठबंधन के लिए और शायद आपके लिए भी।