बिहार में राजनीतिक घटनाक्रम बदलने के आसार देखते हुए राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी पुख्ता करने की शुरुआत कर दी है। अलगाव के कयासों के बीच लालू यादव और नीतीश कुमार की मुलाकात तेजस्वी यादव की मौजूदगी में हुई। कोई इसे तथाकथित रूप से नाराज नीतीश कुमार को मनाने की कवायद में देख रहा है तो कोई इसे लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे के मद्देनजर बैठक के रूप में देख रहा है। लेकिन देखने का नजरिया चाहे जो हो राजनीतिक दलों की तैयारियां कुछ अलग ही कह रही हैं। इस बीच पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने दल को भी तैयार करने की तैयारी कर ली है।
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पूर्व सीएम जीतन राम मांझी अभी दिल्ली में हैं, जहां उनके पार्टी की बैठक है। इस बीच नीतीश कुमार और लालू यादव की मीटिंग के तुरंत बाद बाद जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में राजनीतिक गतिविधियों पर उनकी नजर है। साथ ही यह भी कहा कि वे हर हालात के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि बिहार में कुछ बदलाव होगा, जीतन राम मांझी की बातों से ऐसा संकेत मिल रहा है। लेकिन बदलाव क्या होगा, यह मांझी ने खुल कर नहीं बताया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पूर्व सीएम ने लिखा है कि उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों को 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। साथ ही मांझी ने यह संभावना भी जताई है कि जो भी वो राज्यहित में होगा। आपको बता दें कि Jitan Ram Manjhi कई बार नीतीश कुमार को एनडीए में आने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। मांझी की पार्टी के पास चार विधायक हैं। 25 जनवरी तक सभी विधायकों को पटना रहने का निर्देश के बाद यह कयासबाजी भी चल रही है कि अगर नीतीश कुमार एनडीए में आते हैं तो राज्य में एनडीए की सरकार बनवाने के लिए मांझी सहित उनके विधायक साथ रहेंगे।