बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉक्टर एस सिद्धार्थ ने कटिहार जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में वीडियो कॉल के माध्यम से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल में बच्चों को दरी पर बैठकर पढ़ाई करते देखा, जिससे वे गुस्से में आ गए। निरीक्षण के दौरान डॉक्टर सिद्धार्थ की नजर स्कूल परिसर में रखे पुआल और तिरपाल पर पड़ी। जब उन्होंने इस पर सवाल उठाया, तो शिक्षक ने बताया कि बगल के किसी व्यक्ति ने पुआल रख दिया है और तिरपाल धान सूखाने के लिए डाला गया है।
डॉक्टर सिद्धार्थ ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि “यह दबंगई नहीं चलेगी कि कोई भी स्कूल परिसर का इस्तेमाल निजी कार्यों के लिए करे।” उन्होंने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी कक्षाओं के बच्चों को एक साथ दरी पर बैठकर पढ़ाई करते हुए देखा। स्कूल में बेंच और डेस्क की अनुपलब्धता पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने सवाल किया, “अब तक बच्चों के लिए बेंच-डेस्क क्यों उपलब्ध नहीं कराए गए?”
डॉक्टर सिद्धार्थ ने यह स्पष्ट किया कि इस तरह की स्थिति में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना संभव नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद डॉक्टर सिद्धार्थ ने कहा, “स्कूल परिसर में पुआल रखना और बुनियादी सुविधाओं का अभाव, दोनों ही शिक्षा के प्रति लापरवाही को दर्शाते हैं। ऐसे विद्यालय नहीं चल सकते।” उन्होंने जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग को प्राथमिकता के आधार पर इन समस्याओं का समाधान करने का निर्देश दिया।