बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक लगे हुए है। के. के. पाठक एक के बाद एक बड़े और कड़े फैसले ले रहे हैं। एक और जहां बिहार में शिक्षक बहाली की परीक्षा पूरी हो गई है। वहीं के. के. पाठक ने स्कूलों में गेस्ट शिक्षकों को बहाल करने का आदेश दिया है। इसके पीछे की वजह सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। गेस्ट शिक्ष्स्कों की बहाली के लिए के. के. पाठक की तरफ से सभी डीएम को निर्देश दे दिया गया है। इसके लिए 1 सितंबर तक का समय दिया गया है।
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शिक्षकों की कमी के कारण फैसला
दरअसल बिहार के बहुत सारे ऐसे सरकारी स्कूल हैं जहां शिक्षकों की कमी है। हालांकि इस कमी को पूरा करने के लिए शिक्षक बहाली की परीक्षा भी हो गई है। लेकिन नए शिक्षक एक बहाल होने की पूरी प्रक्रिया में अभी समय लगेगा। इस बात को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया है। शिक्षा विभाग की तरफ से ये निर्देश जारी किया गया है कि जिस भी स्कूल में शिक्षकों की कमी वहां गेस्ट शिक्षक बहाल किए जाए।
इसको लेकर सभी जिलों के डीएम और उप विकास आयुक्त को पत्र भेजा गया है। पत्र में स बात का जिक्र है कि पहले की तुलना में अभी स्कूलों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति बढ़ी है लेकिन दूसरी ओर कई स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षक उस अनुपात में नहीं है जितने अनुपात में बच्चे स्कूल पहुंच रहे हैं। यही कारण है कि 1 सितंबर तक सभी गेस्ट टीचर को बहाल करने का आदेश दिया गया है।