बिहार में शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का एक्शन जारी है। पाठक ने अब प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बच्चों को जमीन पर बिठाकर पढ़ाई कराने पर रोक लगा दी है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने कहा कि बिहार के सभी विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार लाया जा रहा है। किसी भी विद्यालय में छात्र अब जमीन पर बैठकर पठन पाठन का कार्य नहीं करेंगे। छात्रों के बैठने के लिए विद्यालयो में बेंच – डेस्क की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। साथ ही सभी विद्यालयों में आधारभूत संरचना का काम तेजी से हो रहा है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक नालंदा जिला के नूरसराय में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा में पास करेंगे तो वह विशिष्ट शिक्षक बनेगे और परीक्षा नहीं देंगे तो वे नियोजित शिक्षक ही बरकरार रहेंगे। उन्होंने डीएलएड के छात्रों से कहा कि हर साल बीपीएससी के माध्यम से पर्याप्त संख्या में शिक्षकों की बहाली की जाएगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए 100 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। हर सप्ताह बिहार में 20 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का काम किया जा रहा है जो आगे चलकर 30 हजार शिक्षकों को शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में छात्रों का 75 प्रतिशत से अधिक की उपस्थिति पर जोर दिया जा रहा है। सरकार बच्चों को विद्यालय आने के लिए हर तरीके से प्रोत्साहित करने का काम कर रही है।
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