बिहार में कुढ़नी विधान सभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज है। सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतरा दिया है। जिसमें जातीय समीकरणों का भी खुब बखूबी ध्यान रखा गया है। इन सब के बीच ये खबर भी आई के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कुढ़नी में चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे। लेकिन अब एक नई जानकारी सामने आई है जिसके अनुसार नीतीश कुमार अकेले चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। बल्कि उनके साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मैजूद रहेंगे। इस खबर ने बीजेपी की टेंशन बढ़ाई हुई है।
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चुनावी मंच पर पहली बार साथ दिखेंगे नीतीश-तेजस्वी
बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार किसी चुनावी मंच पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव साथ-साथ दिखेंगे। कुढ़नी से पहले मोकामा और गोपालगंज में भी उपचुनाव हुआ था पर इन दोनों ही जगहों पर नीतीश कुमार प्रचार करने नहीं गए थे। तेजस्वी यादव ने यहाँ जेडीयू के उम्मीदवारों के साथ प्रचार किया था। लेकिन इस बार दोनों चाचा-भतीजा एक साथ प्रचार करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार 1 दिसंबर को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। वहीं 2 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव साथ में चुनाव प्रचार करेंगे। दोनों इस दौरान सभा को संबोधित करेंगे।
BJP के टेंशन की वजह
नीतीश-तेजस्वी के साथ में प्रचार करने का सीधा असर वोटों पर दिख सकता है। जेडीयू के कोर वोटर कुर्मी और राजद के कोर वोटर यादव के एक साथ आने की उम्मीदों को पर लग सकता हैं। जिससे महागठबंधन को फायदा होगा। चूँकि साथ में प्रचार करने से दोनों पार्टियों के कोर वोटरों पर इसका सीधा प्रभाव दिखा सकता है। यही कारण है कि ये बीजेपी के लिए टेंशन का कारण बना हुआ है। ये पहली बार नहीं है जब चाचा-भतीजा की जोड़ी चुनावी मैदान में बीजेपी के सामने आई है। उतर प्रदेश चुनाव में चाचा शिवपाल और भतीजा अखिलेश ने बीजेपी के सामने चुनौती कड़ी करने की कोशिश की थी। पर बीजेपी उन्हें टैकल करने में कामयाब रही थी। अब ये देखना होगा कि क्या बिहार में भी बीजेपी का वो अनुभव काम आएगा या नहीं।