कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को बिहार की सियासी सरगर्मियाँ बढ़ गई हैं। इस बात को लेकर चर्चाए तेज है कि कुढ़नी से जेडीयू और राजद में से किसके उम्मीदवार मैदान में उतरेंगे। पिछले दिनों मोकामा और गोपालगंज में हुए उपचुनाव में राजद के उम्मीदवारों ने ही चुनाव लड़ा था। ऐसा माना रहा है कि इस कुढ़नी से जेडीयू अपने उम्मीदवार को चुनाव लड़वाएगी। बता दें मौजूदा राजद विधायक अनिल सहनी के सदस्यता खत्म किए जाने के बाद कुढ़नी में उपचुनाव हो रहा है। इसलिए राजद भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारने की प्रबल दावेदार है। ऐसे में उम्मीदवारी को लेकर जेडीयू और राजद के बीच पेंच फंसता हुआ दिख रहा है।
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JDU के स्वघोषित उम्मीदवार
बीते दिन को जेडीयू नेता और पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा ने खुद को उम्मीदवार बताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। साथ ही नामांकन करने का भी ऐलान कर दिया। जिसके बाद ये तय माना जाने लगा कि इस सीट से जेडीयू चुनाव लड़ेगी। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको चौंका दिया। आज यानी शुक्रवार को मनोज कुशवाहा ने अपने पोस्ट को डिलीट कर दिया। इसे लेकर जब उनसे सवाल किया गया तो तो उन्होंने कहा कि अभी पार्टी ने ये तय नहीं किया है कि टिकट किसे मिलेगा। मतलब ये कि मनोज कुशवाहा स्वघोषित उम्मीदवार थे। बता दें कि मनोज कुशवाहा 2015 में कुढ़नी सीट से ही चुनाव लड़े थे। तब भी जदयू और राजद साथ थे। पर वो चुनाव हार गए थे। अबकी उन्हें उम्मीदवार बनाया जाएगा या नहीं इस पर संदेह बरकरार है।
राजद की सहमति जरुरी
जेडीयू उम्मीदवार के चुनाव में उतरे की ख़बरों के बीच मंत्री ब्रिजेंद्र यादव का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये सीट राजद की है, इस सीट से राजद और जेडीयू में से कौन चुनाव लड़ेगी इस पर आपस में चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा। उनके इस बयान से ये साफ है कि अब तक दोनों ही पार्टियां उम्मीदवार को लेकर अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंची है। इसकी भी पूरी आशंका जताई जा रही है कि चूँकि अभी ये सीट राजद के पास थी इसलिए वही यहाँ चुनाव लड़ेगी।