बिहार के सियासी गलियारे में हलचल लगातार बरकरार है। बात करें जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की तो इन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ ही मोर्चा खोल रखा है। जब से उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू में अपने हिस्से की मांग की है तभी से जेडीयू कोटे के मंत्री उनपर हमलावर है। वही एक तरफ उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार से मिल कर बात करने की बात कह रहे है, वही दूसरी ओर वह अपना एक अलग ही कार्यक्रम आयोजित कर रहे है। अब इसपर पार्टी के अंदर खलबली मचनी शुरू हो गई है। इस बीच पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी उन्हें अल्टीमेटम दे दिया है।
पाकिस्तान में फिदायीन हमला, धमाके में 90 से अधिक लोग घायल
उपेंद्र कुशवाहा को मिला अल्टीमेटम
जहां एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कहते नजर आ रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा की बातों और काम से जेडीयू पर कोई असर नहीं पड़ता है। वही दूसरी ओर उनका विरोध भी किया जा रहा है। दरअसल उपेंद्र कुशवाहा ने 2 फरवरी को जगदेव प्रसाद जयंती का एक कार्यक्रम आयोजन किया है। वही JDU ने भी 2 फरवरी को पार्टी की तरफ से जगदेव प्रसाद जयंती का एक कार्यक्रम आयोजित किया है। इसको लेकर जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा को इसमें शामिल होना चाहिए। उनको किसी भी निजी कार्यक्रम में इस दिन शामिल होने से खुद को रोकना चाहिए। यह बिल्कुल ही गलत निर्णय है।
नीतीश के खिलाफ बोलने पर पहले देना होगा इस्तीफा
उमेश कुशवाहा ने कहा कि हमारे नेता नीतीश कुमार है और उनपर बोलने से पहले किसी को भी सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने पार्टी और राज्य के विकास के लिए कितना कुछ किया और कभी भी किसी के बारें भी कुछ भी गलत नहीं बोला। वो आज भी जो बोल रहे हैं उसमें बिल्कुल सच्चाई है। इसलिए उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार के लिए कुछ भी गलत बयान देने से बचना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को गलत बयानबाजी तुरंत बंद कर देनी चाहिए। अगर उनको पार्टी या नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी कहना है तो उन्हें पहले पार्टी से इस्तीफा देना होगा।
बताते चलें कि नीतीश कुमार और जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बीच जुबानी जंग लगातार जारी है। संभावना यह भी जताया जा रहा है कि पहले जो प्रकरण आरसीपी सिंह के साथ हुआ था। वहीं प्रकरण अब उपेंद्र कुशवाहा के साथ भी होने वाला है।