जनता दल यूनाइटेड में एक बार फिर बड़े बदलाव की तैयारी है। जदयू ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक 29 दिसंबर को रखी है। दिल्ली में होने वाली यह बैठक बड़े फैसलों का गवाह बन सकती है। चर्चा यह चल रही है कि जदयू में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के कार्यकाल को विराम दे दिया जाएगा। पिछले कुछ हफ्तों में राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदले हैं, जिसमें एक चर्चा तो यहां तक चलने लगी है कि जदयू अपने साथी फिर बदलने की कोशिश में है। यह चर्चा अंजाम तक पहुंचेगी या नहीं, इसके कन्फर्म होने से पहले एक अलग चर्चा ललन सिंह के हटने की चलने लगी है। साथ ही ललन सिंह की जगह कौन लेगा, इस नाम की भी चर्चा शुरू हो चुकी है।
रामनाथ ठाकुर को मिल सकती है कमान
जदयू के पांचवे राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में रामनाथ ठाकुर का नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं। जदयू से राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र हैं। नीतीश कुमार हमेशा से ही उन पर विश्वास जताते रहे हैं। राज्य की नीतीश सरकार में वे कानून मंत्री भी रह चुके हैं। अभी राज्यसभा में सांसद हैं। संभावना यह जताई जा रही है कि अतिपिछड़ा जाति वर्ग से आने वाले रामनाथ ठाकुर राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नीतीश कुमार की भी पहली पसंद हैं।
बड़ा सवाल- ललन खुद हट रहे या हटाए जा रहे?
ललन सिंह का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटने की चर्चा पर अगर मुहर लग जाती है तो यह सवाल उठना लाजिमी है कि वे खुद ही पद छोड़ रहे हैं या फिर उन्हें हटाया जा रहा है। क्योंकि हटाने की स्थिति में तो ललन सिंह का राजनीतिक कॅरियर भी दांव पर लग जाएगा। एक चर्चा यह भी है कि ललन सिंह पिछले कुछ महीनों से लालू यादव के करीब हो रहे हैं और नीतीश कुमार इसी कारण से नाराज से हैं। पिछले जदयू अध्यक्ष आरसीपी सिंह को जदयू की साझीदार भाजपा से नजदीकियों के कारण ही पार्टी से अलविदा किया गया था। हालांकि यह सिर्फ चर्चा भर है कि ललन सिंह को हटाया जा रहा है। क्योंकि जदयू को जानने वाले यह भी बता रहे हैं कि लोकसभा में मुकाबला कड़ा होने की स्थिति में ललन सिंह इस बार अपनी संसदीय सीट पर फोकस करने के लिए पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना चाहते हैं। 2014 में ललन सिंह मुंगेर सीट से एनडीए के खिलाफ लड़कर हार चुके हैं।