प्रदेश में अपराध की घटनाओं को लेकर जहां एक ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं उनकी बहन रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) भी बिहार में बढ़ते रेप की घटनाओं को लेकर सरकार को घेर रही हैं। रोहिणी आचार्य ने एक्स पर पोस्ट लिखकर सरकार से सवाल किया है, और बिहार में बलात्कार व यौनाचार के जघन्य अपराध के लिए पश्चिम बंगाल के रेप एंटी बिल जैसे कानून बनाने की मांग की है।
रोहिणी आचार्य ने लिखा है कि जब सुरक्षित ही नहीं हैं मां-बहन व बेटी, तो कैसे संवरेगा और बढ़ेगा बिहार? बिहार में बलात्कार जैसे दुष्कर्म और अन्य अपराधों को अंजाम देने वालों के बीच कानून का डर ख़त्म हो चुका है। हाल के दिनों में बलात्कार के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि होने के बावजूद बिहार की सरकार ऐसी घटनाओं की रोकथाम के प्रति किसी भी नजरिए से गंभीर नहीं दिखती है।
सूबे के मुख्यमंत्री जी के पास गृह विभाग होने के बावजूद बिहार की लचर पुलिसिंग चिंता का विषय है। बेरोकटोक निरंतर जारी बलात्कार की घटनाओं से पूरी दुनिया में बिहार की छवि बिगड़ रही है। बलात्कार व यौनाचार के जघन्य अपराध के लिए बिहार में भी बंगाल जैसा कानून बनाए जाने और बिना किसी व्यवधान के त्वरित उसे लागू किए जाने की जरूरत है।
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बता दें कि रोहिणी आचार्य ने गया के शेरघाटी में छोटी बच्ची के साथ हुए बलात्कार की घटना क जिक्र किया है। शेरघाटी थाना क्षेत्र की रहने वाली 5 वर्षीय बच्ची के साथ देर रात दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपियों ने बच्ची का शव को नदी किनारे फेंक दिया था। शव को सुबह नदी से बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि गांव वालों ने रात में ही घटना को अंजाम देने वाले दो लड़के संदीप और गौतम को पकड़ कर पहले जमकर धुनाई की फिर सुबह पुलिस को सौंप दिया। गौतम शराब के नशे में धुत्त था। वह पूर्व से छोटे अपराध को अंजाम देने में शामिल रहा है। दोनों आरोपी पीड़िता के गांव के ही रहने वाले हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद भेजा जेल।