बिहार पुलिस की एक बड़ी कार्रवाई में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन गुर्गों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। इस गिरफ्तारी के बाद यह साफ हो गया है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क बिहार, राजस्थान और झारखंड तक फैला हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
गोपालगंज में एक बस से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार पिस्टल और आठ मैगजीन बरामद हुए थे। पूछताछ में सामने आया कि ये लोग लॉरेंस बिश्नोई और झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू के लिए काम करते थे। ये हथियार इन राज्यों में होने वाले अपराधों के लिए इस्तेमाल किए जाने थे।
एटीएस लेगी रिमांड
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राजस्थान और झारखंड की एटीएस टीमें इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ करेंगी। इनसे पूछताछ में गैंग के और भी सदस्यों के बारे में जानकारी मिल सकती है।
मलयेशिया में बैठकर चला रहा है गैंग
गैंग का मास्टरमाइंड मलयेशिया में बैठकर गैंग का संचालन कर रहा है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। झारखंड पुलिस ने उसके घर पर कुर्की की कार्रवाई भी कर दी है।
क्यों है चिंताजनक यह मामला?
- बड़ा नेटवर्क: गैंग का इतना बड़ा नेटवर्क होना चिंताजनक है।
- हथियारों की उपलब्धता: गैंग के पास बड़ी मात्रा में हथियार होना खतरनाक है।
- अंतरराज्यीय अपराध: गैंग के सदस्य कई राज्यों में सक्रिय हैं, जो अंतरराज्यीय अपराधों को बढ़ावा देता है।
आगे क्या होगा?
इस मामले की जांच अभी जारी है। उम्मीद है कि इस जांच से गैंग के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश होगा और कई और अपराधों का खुलासा होगा।