बिहार में बारिश के मौसम के साथ वज्रपात की घटनाएं बढ़ गई हैं। गया जिले में शनिवार को अलग-अलग जगहों पर वज्रपात से तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 17 वर्षीय प्रदीप कुमार, 12 वर्षीय प्रिंस कुमार और खेत में हल जोत रहे किसान सत्येंद्र चौधरी शामिल हैं।
मौसम विभाग ने कई जिलों में वज्रपात की आशंका जताते हुए अलर्ट जारी किया है। विभाग ने लोगों को खुले में न रहने, ऊंचे पेड़ों और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी है। किसानों को खेतों में काम करने से बचने के लिए कहा गया है।
गया में हुई घटनाओं का विवरण:
- इमामगंज: गुदीया गांव में मवेशी चरा रहे दो किशोर प्रदीप और प्रिंस एक ही छाते के नीचे खड़े थे, जब उन पर वज्रपात हुआ।
- बाराचट्टी: भातुचक गांव में खेत में हल जोत रहे किसान सत्येंद्र चौधरी की मौत वज्रपात से हो गई।
सरकार की कार्रवाई:
सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही, लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण वज्रपात की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा के उपायों का पालन करने की अपील की है।