लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए ने 400 सीटों के पार का नारा दिया है। भाजपा ही नहीं उसके सहयोगी दल के नेता भी इसी नारे को बुलंद कर रहे हैं। इस 400 सीटों के पार वाला नारा बिहार की 40 सीटों के बिना साकार नहीं हो सकता, यह एनडीए के नेता बखूबी जानते हैं। भाजपा ने देश भर में एक साथ 195 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए, लेकिन इसमें बिहार कोई सीट शामिल नहीं थी। इसका बड़ा कारण यह माना जा रहा है कि यहां अभी तक फॉर्मूला फिट हुआ नहीं है। कभी कोई नाराज हो जाता है, तो कभी किसी की उम्मीदें और महत्वकांक्षाएं बढ़ने लगती हैं। फिलहाल मामला नीतीश कुमार के कारण उलझा हुआ है, जिनके एनडीए में एंट्री से चिराग पासवान असहज दिख रहे हैं। हालांकि चिराग पासवान को भी भाजपा छोड़ने के मूड में नहीं, हो सकता है इसके लिए नीतीश कुमार के पार्टी की सीटें कम हो जाएं।
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हाजीपुर पर अड़े चिराग, जमुई पर जदयू की नजर
चिराग पासवान भले ही एनडीए में शामिल हो गए हैं लेकिन एनडीए में उनके लिए लड़ने का मोर्चा तीन-तरफा हो गया है। पहला तो उन्हें उस दल से लड़ना होगा, जो एनडीए के खिलाफ लड़ेगा। बाकि दो लड़ाईयां एनडीए के भीतर की हैं। इन दोनों में पहली लड़ाई पशुपति पारस गुट से है, जिनसे चिराग पासवान हर हाल में उपर दिखना चाहते हैं। उन्हें हाजीपुर सीट चाहिए ही चाहिए। दूसरी ओर एनडीए में री-एंट्री करने वाले जदयू की नजर चिराग पासवान के जमुई सीट पर है। भाजपा के लिए चिराग, नीतीश के साथ पारस को भी समझाना चुनौती है।
जमुई चिराग छोड़ेंगे, तो वाल्मीकिनगर नीतीश के हाथ से जाएगा
दरअसल, जमुई सीट पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री डॉ. अशोक चौधरी नजरें गड़ाए हुए हैं। जमुई सुरक्षित सीट है और अशोक चौधरी के लगातार दौरे इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि अब वे बिहार की नहीं दिल्ली की राजनीति में एंट्री करने की कोशिश में हैं। संभवत: यही कारण है कि नीतीश के करीबी होते हुए भी बिहार में मंत्रियों की पहली सूची से अशोक चौधरी बाहर रहे। लेकिन जमुई अभी चिराग पासवान की सीट है। ऐसे में चिराग पासवान अगर जमुई जदयू के लिए छोड़ते हैं तो यह तय होगा कि बलिदान जदयू को भी देना होगा। इस परिस्थिति में जदयू के हाथ से वाल्मीकिनगर सीट जा सकती है।
राजू तिवारी हो सकते हैं वाल्मीकिनगर से उम्मीदवार
अगर जमुई को चिराग पासवान जदयू के लिए छोड़ देते हैं और जदयू वाल्मीकिनगर छोड़ देती है। तो वहां से उम्मीदवार लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी हो सकते हैं। राजू तिवारी गोविंदगंज से विधायक रह चुके हैं।