बाहुबलि आनंद मोहन के परिवार और जदयू की नजदीकियां पहले से ही रही हैं। अब आनंद मोहन की पत्नी और पूर्व सांसद लवली आनंद आधिकारिक तौर पर जदयू में शामिल हो रही हैं। 57 वर्षीय लवली आनंद दो बार विधानसभा चुनाव जीती हैं और 1 बार लोकसभा चुनाव जीता है। इस बार संभावना है कि वे शिवहर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। संभवत: इसी सीट के कारण लवली आनंद जदयू में शामिल हो रही हैं। चर्चा है कि लवली आनंद की जदयू में आधिकारिक एंट्री पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह कराएंगे।
बिहार समेत 6 राज्यों के गृह सचिव हटाए गए
1994 में पहली बार सीधे सांसद बनीं थीं लवली आनंद
आपको बता दें कि लवली आनंद ने एक बार लोकसभा चुनाव जीता है। 1994 में वे लोकसभा सदस्य बनीं थी। वहीं नबीनगर से 1996 में पहली बार लवली आनंद नबीनगर से विधायक चुनीं गई थी। 2005 के मार्च में हुए विधानसभा चुनाव में लवली आनंद ने बाढ़ विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी।
लवली आनंद का चुनावी करियर कार्यकाल पूरा करने वाला नहीं रहा है। सांसद वे दो साल ही रहीं। विधायक वे चार साल ही रहीं। दूसरी बार जब वे विधायक चुनी गई थीं तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया था। हालांकि चुनावी राजनीति में पैठ बनाने की कोशिश लवली आनंद ने कई बार की है।
1994 में वैशाली लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतकर पहली बार सांसद बनी लवली आनंद 1999 में वैशाली से ही हार गईं। इसके बाद 2009 में कांग्रेस के टिकट पर लवली शिवहर से लड़ी लेकिन हार गई। 2014 में लवली ने शिवहर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन वो भी हार गईं। इसके बाद लवली ने विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने की कोशिश की। 2015 के चुनाव में एनडीए गठबंधन का हिस्सा हम (सेक्युलर) के उम्मीदवार के तौर पर शिवहर विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन वहां भी हारीं।
वैसे आनंद मोहन परिवार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति यह है कि उनके बेटे चेतन आनंद 2020 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक बने तो राजद के उम्मीदवार के तौर पर थे लेकिन 2024 में सत्तापलट के खेल में वे एनडीए के खेमे में आ गए। दूसरी ओर आनंद मोहन को भी इसी दौरान पिछले साल उम्र कैद की सजा से रिहाई मिली है। यह रिहाई आनंद मोहन को नीतीश सरकार द्वारा राज्य कारा के नियमों में बदलाव किए जाने पर मिली है।