मधुबनी लोकसभा सीट पर आज 20 मई को पांचवें चरण में मतदान (Fifth Phase Voting) हो रहा है। यहां एनडीए और इंडिया के उम्मीदवार पहली बार एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं। अशोक कुमार यादव (बीजेपी) निवर्तमान सांसद हैं और उनका मुकाबला राजद के अली अशरफ फातमी से है। दोनों उम्मीदवारों में कौन भारी है? कौन जीतेगा ? यह माय समीकरण (यादव- मुस्लिम वोटर) की टूट पर टिका है।
2004 से लगातार जीत रही भाजपा
लोकसभा चुनाव 2024 में एक बार फिर बीजेपी ने मधुबनी लोकसभा सीट से अशोक कुमार यादव को चुनावी मैदान में उतारा है। तो वहीं, इंडिया गठबंधन में शामिल लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद ने अपने दिग्गज नेता अली अशरफ फातमी पर भरोसा जताया। अली अशरफ फातमी दरभंगा से चार बार सांसद रह चुके हैं। फातमी की मिथिलांचल के बड़े अल्पसंख्यक चेहरे में गिनती होती है।
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उधर, अशोक यादव बीजेपी के बड़े नेता माने जाने वाले हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे हैं। हुकुमदेव मधुबनी से सबसे अधिक चार बार सांसद रह चुके हैं। अशोक यादव वर्तमान में मधुबनी के सांसद हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार में सबसे अधिक मतों से जीत हासिल की थी। मधुबनी लोकसभा सीट से बीजेपी हैट्रिक लगा चुकी है। वह अब लगातार चौथी बार जीत हासिल करना चाह रही है।
छह में चार पर बीजेपी का कब्जा
मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल छह विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें मधुबनी जिले की चार और दरभंगा जिले की दो सीटें शामिल हैं। अभी छह में चार विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। एक सीट पर जदयू और एक सीट पर आरजेडी ने जीत दर्ज की है। मधुबनी विधानसभा सीट से आरजेडी के समीर कुमार महासेठ विधायक।
क्या है जातीय समीकरण
मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण की बात करे तो यहां ब्राम्हण मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है। यहां 12 से 13 फीसदी ब्राह्मण मतदाता हैं। इसके बाद इस सीट पर यादव मतदाता है। अति पिछड़ा समाज के मतदाताओं की संख्या करीब 6 लाख है। यहां 34% मतदाता अति पिछड़ा वर्ग के हैं, जिसमें 14 प्रतिशत यादव, 6 प्रतिशत कोयरी, 11 प्रतिशत दलित वोटर शामिल हैं।
यहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अच्छी-खासी है। मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के बारे में कहा जाता है कि यहां आरजेडी का मुस्लिम-यादव (MY) समीकरण नहीं चलता। हुकुमदेव यादव के परिवार का पकड़ इस क्षेत्र के यादव मतदाताओं पर भी है। यही कारण है कि अच्छी संख्या में यादव मतदाता बीजेपी को वोट करते हैं।