- भोले शंकर की बारात में मिट गईं आम व खास की दूरियां
- महाशिवरात्रि महोत्सव में उमड़ा आस्था का जन सैलाब
- 27 स्थानों से मनोहारी झांकियों के साथ आईं शोभा यात्राएं
- राज्यपाल-उप मुख्यमंत्रियों ने उतारी झांकियों की आरती
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पटना। देवाधिदेव महादेव के प्रति शुक्रवार को श्रद्धा-भक्ति और आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। भोले बाबा की बारात में आम और खास की दूरियां मिट गईं। हर हर महादेव की गूंज से पूरा वातावरण शिवमय हो गया। मौका था श्री श्री महाशिवरात्रि महोत्सव शोभा यात्रा अभिनंदन समिति के बैनर तले खाजपुरा शिव मंदिर परिसर में आयोजित महाशिवरात्रि महोत्सव का। शहर के 27 स्थानों से निकलीं शोभा यात्राएं बारी-बारी से देर शाम मंदिर परिसर में पहुंचीं। सूबे के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा, राज्य सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी, डॉ. प्रेम कुमार, समिति के संयोजक सह विधायक डॉ. संजीव चौरसिया व अन्य विशिष्ट अतिथियों ने आरती उतारकर मनोहारी झांकियों का अभिनंदन किया। पूरे आयोजन के दौरान शिवभक्तों का उत्साह देखते बन रहा था।
ब्रह्मकुमारी की शोभा यात्रा सबसे पहले पहुंची
इससे पहले शहर के अलग-अलग स्थानों से गाजे-बाजे के साथ विभिन्न स्वरूपों में झांकियों के साथ शोभा यात्राएं निकलीं। इनमें महिलाओं-युवाओं की अच्छी-ख़ासी भागीदारी रही। माथे पर त्रिपुंड का तिलक व कलश लिए महिलाएं, गले में भगवा पट्टा लगाए युवक महादेव के जयकारे लगा रहे थे। कोलकाता, रायपुर, धनबाद, हजारीबाग से आई झांकियों में शिव-पार्वती विवाह, भूत-पिशाचों की बारात और उज्जैन के महाकाल की प्रतिकृति को दर्शाया गया था। सबसे पहले कंकड़बाग की पीसी कॉलोनी से निकली प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय का काफिला मंदिर परिसर में पहुंचा। यात्रा मार्ग में जगह-जगह स्टॉल लगाकर श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई। शिव बारात में शामिल होने और पुनीत अवसर का साक्षी बनने के लिए लोगों में जबर्दस्त उमंग दिख रहा था। शाम 5 बजे से शोभा यात्राओं के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो देर रात तक जारी रहा। स्वागत के बाद शोभा यात्रा समितियों को मोमेंटो, मेडल व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। मौके पर श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद भी बांटे गए। पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया साइट्स पर सीधा प्रसारण किया गया। आमजन की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में एलईडी स्क्रीनें भी लगाई गईं थीं।
मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती से लोग भावविभोर
समारोह स्थल पर तीन मंच बने थे। मुख्य मंच पर राज्यपाल, उप मुख्यमंत्री, केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री, धर्माचार्य व अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद थे। दूसरे मंच पर कलाकारों की टोली मंत्रोच्चार के साथ गंगा आरती कर रही थी। भव्य आरती देख लोग भावविभोर नजर आए। तीसरे मंच पर भजन संध्या की प्रस्तुति से लोग भक्ति रस की गंगा में बहते रहे। तांडव नृत्य ने तो भक्तों का मन ही मोह लिया। जैसे-जैसे शाम ढलती गई, बेली रोड स्थित मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का रेला लग गया। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन की टीम को ख़ासी मशक्कत करनी पड़ी।
सुबह चार बजे से ही जलाभिषेक के लिए कतार
रोशनी से जगमग खाजपुरा शिव मंदिर में सुबह चार बजे से ही भोले बाबा की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। 7 बजे मंदिर का पट खुलने के बाद पुरुष व महिला श्रद्धालुओं ने अलग-अलग कतार में जलार्पण किया।
महोत्सव में ये रहे मौजूद
समारोह में पूर्व मंत्री नितिन नवीन, मंगल पांडेय, अभिनंदन समिति के सदस्य प्रभात कुमार सिन्हा, दीपक चौरसिया, विवेक सिन्हा, जयप्रकाश पुनील, पंकज कुमार, दीपू चंद्रवंशी, गणेश कुमार, मनोज सिंह, प्रवीण, कुणाल, गुंजन भी उपस्थित रहे। समिति के संयोजक डॉ. संजीव चौरसिया ने राज्यपाल समेत सभी अतिथियों का मोमेंटो देकर स्वागत किया।
साल दर साल ऐसे बढ़ती गईं शोभा यात्राएं
- वर्ष-संख्या
- 2018-12
- 2019-17
- 2020-21
- 2021-24
- 2022-22
- 2023-26
- 2024-27