पटना: महावीर मंदिर के संस्थापक और आचार्य किशोर कुणाल के निधन के बाद मंदिर और उससे जुड़े नौ चैरिटेबल अस्पतालों की देखरेख कौन करेगा, यह सवाल आम जनमानस में चर्चा का विषय बन गया है। 6 जनवरी को महावीर मंदिर न्यास समिति की बैठक में नए सचिव का चयन किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यास समिति सचिव पद की जिम्मेदारी आचार्य किशोर कुणाल के परिवार के किसी सदस्य को सौंप सकती है। उनके पुत्र सायण कुणाल और पत्नी अनीता कुणाल के नाम पर चर्चा हो रही है। हालांकि निर्णय समिति की बैठक में लिया जाएगा।
महावीर मंदिर न्यास समिति में हो सकता है विस्तार
वर्तमान में न्यास समिति में 11 में से 10 सदस्य हैं, जबकि एक पद रिक्त है। आचार्य किशोर कुणाल के निधन के बाद दो नए सदस्यों को जोड़े जाने की संभावना है। सायण कुणाल और अनिता कुणाल के नाम इस सूची में शामिल हो सकते हैं।
आचार्य किशोर कुणाल ने 40 वर्षों तक महावीर मंदिर न्यास का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल में मंदिर और इसके तहत संचालित नौ चैरिटेबल अस्पतालों ने हजारों लोगों को लाभ पहुंचाया।
- चैरिटेबल अस्पताल: महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल महावीर नेत्रालय आदि।
- विशेष प्रकल्प: बिहार के पूर्वी चंपारण में विराट रामायण मंदिर का निर्माण और बच्चों के लिए देश का पहला महावीर बाल कैंसर अस्पताल।
- सामाजिक पहल: अयोध्या में राम रसोई और सीतामढ़ी में सीता रसोई।
न्यास समिति के सदस्य
मौजूदा समय में महावीर मंदिर न्यास समिति के 10 सदस्य हैं, जिनमें शामिल हैं:
- जस्टिस पीएन अग्रवाल (चेयरमैन)
- जस्टिस एसएन झा
- जस्टिस राजेंद्र प्रसाद
- पूर्व आईएएस एनके सिन्हा
- वीएस दुबे (पूर्व मुख्य सचिव)
- लेफ्टिनेंट जनरल एके चौधरी
- पूर्व लॉ सेक्रेटरी बासुदेव राम
- बोधगया बुद्धिष्ट मंदिर की सेक्रेटरी महाश्वेता महारथी
- कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के रिटायर्ड प्रोफेसर शिवाकांत झा
आगामी बैठक पर टिकी नजरें
6 जनवरी को होने वाली बैठक में यह तय किया जाएगा कि महावीर मंदिर और उससे जुड़े सामाजिक कार्यों का नेतृत्व कौन करेगा। मंदिर और न्यास के अनुयायियों को उम्मीद है कि नया नेतृत्व आचार्य किशोर कुणाल की विरासत को उसी दिशा में आगे बढ़ाएगा।