लगातार कई दिनों से फरार चल रहे यूट्यूबर मनीष कश्यप अब बिहार पुलिस की गिरफ्त में है। एक दिन पहले सरेंडर करने के बाद रविवार को उसे 22 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने से पहले मनीष से EOU की टीम ने पूछताछ की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस पूछताछ में मनीष ने बिहार के कुछ बड़े नेताओं के राज बताए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि मनीष कश्यप ने EOU को बताया है कि “बिहार के बड़े नेता उसकी मदद कर रहे थे।”
कस्टडी मांगेगी EOU की टीम
ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजे गए मनीष कश्यप के मुश्किलों की शुरुआत हो चुकी है। पहले तो उसके घर की कुर्की का आदेश निकला। फिर उसे सरेंडर करना पड़ा। अब मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार EOU मनीष के कस्टडी की डिमांड के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी। हालांकि ईओयू ने मनीष से प्रारंभिक पूछताछ की है। लेकिन अभी ईओयू की पूछताछ पूरी नहीं हुई है। इसलिए ईओयू कस्टडी की डिमांड रखेगी।
पूछताछ में खुलासों की उम्मीद
बिहार पुलिस की थ्योरी के अनुसार मनीष कश्यप बड़ी साजिश कर रहा था। साथ ही इसमें अन्य लोगों के शामिल होने की भी आशंका है। मनीष कश्यप को मिलने वाली फंडिंग और दूसरी सहूलियतों पर भी सवाल खड़े हुए हैं। बिहार पुलिस को उम्मीद है कि उससे पूछताछ हुई तो बड़े खुलासे हो सकते हैं। हालांकि प्रारंभिक पूछताछ में ही सनसनीखेज खुलासे होने का दावा मीडिया रिपोर्ट्स में किया जा रहा है।