रुपौली उप चुनाव (Rupauli By Election) के परिणाम की सभी पार्टियां अपने-अपने तरीके से समीक्षा कर रही हैं। इस चुनाव में राजद और जदयू दोनों की हार हुई है लेकिन दोनों ही इस हार पर एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। कुछ दिन पहले जदयू में शामिल हुए पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष वर्मा को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। नीतीश कुमार और कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने मनीष वर्मा को राष्ट्रीय महासचिव बनाया है।
दिल्ली से पटना पहुंचे मनीष वर्मा का एयरपोर्ट पर जदयू कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस दौरान मनीष वर्मा ने कहा कि पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है वह बहुत बड़ी है। वहीं रुपौली विधानसभा में हुए उपचुनाव में जदयू प्रत्याशी को मिली हार को लेकर मनीष वर्मा ने कहा कि राजनीति में हार जीत लगी रहती है, लेकिन रुपौली की जनता ने यह भी बता दिया कि राजनीति में सबसे अधिक लाचार कौन है।
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मनीष वर्मा का इशारा राजद की तरफ था, क्योंकि राजद की तरफ से लगातार कहा जा रहा था कि मुख्यमंत्री अब लाचार हैं। वहीं विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर मनीष वर्मा ने कहा कि यदि केंद्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देती है तो बिहार तेजी से ग्रोथ करेगी और विकसित भारत के राज्यों के उन श्रेणी में खड़ा हो जाएगा जहां पर कई राज खड़े है।