बिहार में शराबबंदी के खिलाफ पूर्व सीएम जीतन राम मांझी वैसे तो कई बार बयान दे चुके हैं। कभी इसके इम्प्लीमेंटेशन को लेकर उन्होंने अपनी ही सरकार के सिस्टम को कोसा है तो कभी क्वार्टर भर शराब पीने वालों को नहीं पकड़ने की वकालत की है। एक दिन पहले भी गया में जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव से इसी की मांग की। लेकिन अब वे अपने बयान और मांग से पलट गए हैं।
खत्म होगी शराबबंदी? नीतीश से टूटी आस तो तेजस्वी से लगाई गुहार
खाने-पीने की कही थी बात : मांझी
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा है कि शराबबंदी खत्म करने की मांग को उन्होंने नहीं कहा। उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि मैं गया में उचित खाने-पीने के प्रबंध पर ध्यान देने की बात कही थी। लेकिन खाने-पीने वाली बात को शराब से जोड़ दिया गया।
गया में की थी शराबबंदी की वकालत
भले ही जीतन राम मांझी अब अपने बयान से पलट गए हैं लेकिन गया में उनका भाषण इसी पर था। उन्होंने कहा था कि रिस्ट्रिक्शन के कारण पर्यटक यहां ठहरते नहीं हैं। उन्होंने तेजस्वी से आग्रह भी किया था कि वे नीतीश कुमार से बात करें कि रिस्ट्रिक्शन खत्म कराएं, हम भी कहेंगे। जाहिर तौर पर मांझी शराब की ही बात कर रहे थे क्योंकि बिहार में रिस्ट्रिक्शन तो शराब पर ही है। लेकिन आज पूर्व सीएम अपने बयान से पलट गए हैं।