हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के संस्थापक जीतन राम मांझी अपने बयानों को लेकर हमेशा ख़बरों में बने रहते हैं। उनके बयानों पर जमकर विवाद भी होता है। अब उन्होंने बिहार में शराबबंदी को लेकर एक अजीबो-गरीब बयान दिया है। दरअसल बीते दिनों नीतीश कुमार ने शराबबंदी के नियमों में बड़ा बदलाव किया था। उन्होंने पुलिस और मद्य निषेध विभाग को शराब पीने वालों की जगह शराब सप्लाई करने वालों पर कार्रवाई करने को प्राथमिकता देने का आदेश दिया है। हालांकि सरकार की तरफ से ये साफ किया गया है कि शराब पीने वालों को भी बख्सा नहीं जाएगा। जिसके बाद जीतन राम मांझी का बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बड़ी मांग की है। उन्होंने कहा कि एक क्वार्टर शराब पीने वालों पर कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
शराबबंदी क़ानून की समीक्षा करें नीतीश- मांझी
जीतन राम मांझी ने कहा कि वो शराबंदी के पक्ष में हैं लेकिन शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के कारण गरीब लोग जेल में बंद है और जो बड़े तस्कर हैं वो आराम से घूम रहे हैं। तस्करों पर कारवाई किया जाना जरुरी है। जीतन राम मांझी ने कहा कि पुलिस जिस ब्रेथ एनेलाइजर मशीन से जांच कराती है वो भी गलत बताती है। 70 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो बहुत कम शराब या एक क्वार्टर पीते हैं वो भी जेल में बंद है। इनलोगों को नहीं पकड़ना चाहिए।