बिहार की राजनीतिक स्थिति ऐसी है कि एक पल लगता है सबकुछ सीएम नीतीश कुमार के कंट्रोल में है। दूसरे ही पल ऐसा लगता है सीएम के हाथ अब कुछ नहीं। नीतीश कुमार जो भी हैं, अपनी नीतियों के कारण हैं। सरकार में जिनके साथ भी वे रहें, अपनी शर्तों पर ही रहे हैं। लेकिन अब कई बार ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार को उनके ही साथ ही चिढ़ाने लगे हैं। नीतीश कुमार शराबबंदी पर समझौता नहीं करने का इरादा दिखाते हैं। तो सरकार में उनके साझीदार पूर्व सीएम मांझी बार बार नई स्कीम के तहत शराबबंदी खत्म करने का सुझाव देते हैं।
शराबबंदी पर मांझी के टॉप 5 बयान
- 30 मार्च 2022 : अचानक किसी भी चीज को हटाया संभव नहीं है। हर चीज़ में धीरे-धीरे ही संशोधन होता है। उस पर विचार कर उसे चेक किया जाता है। हालांकि शराबबंदी के साथ भी यही हो रहा है।
- 5 जून 2022 : शराबबंदी का इम्प्लीमेंटेशन गड़बड़ है। इसका इस्तेमाल लोग दूसरों को फंसाने के लिए कर रहे हैं। शराबबंदी से पहले उनके परिजन भी शराब पीते थे। घर से शराब भी बेची गई है। लेकिन मैं शराब को छूता तक नहीं।
- 9 नवंबर 2022 : शराबबंदी के कारण गरीब लोग जेल में बंद है और जो बड़े तस्कर हैं वो आराम से घूम रहे हैं। पुलिस जिस ब्रेथ एनेलाइजर मशीन से जांच कराती है, वो भी गलत बताती है। 70 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जो एक क्वार्टर या उससे कम पीते हैं। ऐसे लोगों को नहीं पकड़ना चाहिए।
- 30 नवंबर 2022 : ताड़ी को शराब के सूची में नहीं लेना चाहिए। ताड़ी एक नेचुरल जूस का काम करता है।
- 19 दिसंबर 2022 : ‘उस वतन का हाल क्या होगा…और जहाँ बेदर्द मालिक हो वहाँ फरियाद क्या होगा।’ जीतन राम मांझी ने सारण शराबकांड में पीड़ित परिवारों को मुआवजा नहीं देने के सीएम नीतीश के फैसले पर यह तंज कसा था।
अब जो मांझी ने कहा, वो नीतीश को जोर से चुभेगा
जीतन राम मांझी एक वक्त में नीतीश की कृपा से ही सीएम बने थे। बाद में बगावत भी की। इसके बाद दोनों फिर साथ आए। एनडीए हो या महागठबंधन, 2017 से नीतीश कुमार के साथ ही जीतन राम मांझी हैं। लेकिन बार बार पूर्व सीएम मांझी के बयान नीतीश कुमार को परेशान करते हैं। शराबबंदी पर मांझी अक्सर कमेंट करते हैं। अब उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है, जो सीएम नीतीश को सबसे ज्यादा चुभेगा। मांझी ने 30 दिसंबर 2022 को कहा कि बिहार में भी गुजरात मॉडल लागू किया जाए और परमिट पर शराब दिया जाए। यह बयान मांझी ने तब दिया है जब पूरे में नीतीश कुमार गुजरात मॉडल की खिंचाई करने की कोशिश में लगे हैं। ऐसी हालत में सहयोगी द्वारा ही ऐसा बयान देने से नीतीश चिढ़ से गए हैं।
चिढ़े नीतीश ने कहा, ‘आने दीजिए उनसे पूछेंगे’
पूर्व सीएम मांझी के बयान पर सीएम नीतीश ने कहा है कि शराब पीने से सिर्फ नुकसान ही होगा। चाहे कोई थोड़ा पिए या ज्यादा पिए। लेकिन अगर मांझी इस तरह की बात कर रहे हैं तो आने दीजिये मैं उनसे पूछूंगा। सीएम ने यहां तक कह दिया कि मांझी को जानकारी नहीं होगी। मैं उन्हें शराब से होने वाले नुकसान को समझा दूंगा।