पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हमेशा ही अपनी मुखर टिप्पणियों के कारण विवादों में रहते हैं। एक बार फिर रविवार, 5 जून को मांझी ने ऐसा ही किया। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार के साथ उन्होंने तल्खी भी दिखाई और समर्थन भी जताया।
फंसाने के लिए इस्तेमाल हो रही शराब
जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी का इम्प्लीमेंटेशन गड़बड़ है। इसका इस्तेमाल लोग दूसरों को फंसाने के लिए कर रहे हैं। हालांकि कानून का बचाव करते हुए उन्होंने कि कानून में दिक्कत नहीं है। जरूरी जागरूकता की है। वहीं मांझी ने यह स्वीकार किया कि शराबबंदी से पहले उनके परिजन शराब पीते थे। घर से शराब भी बेची गई है। लेकिन मांझी ने यह भी कहा कि मैं शराब को छूता तक नहीं।
तेजस्वी पर उठाए सवाल
जातीय जनगणना पर नीतीश कुमार के समर्थन में आए मांझी ने कहा कि इसका पूरा श्रेय नीतीश कुमार को जाता है। तेजस्वी यादव द्वारा जातीय जनगणना का श्रेय लेने की बात पर मांझी ने कहा कि कोई कैसे जातीय गणना का श्रेय ले सकता है। इसको लेकर CM नीतीश कुमार लगातार प्रयासरत थे। वैसे भी जबतक राज्यसरकार नही चाहेगी तबतक जातीय जनगणना नही हो सकता है।