अररिया पहुंचे राजद नेता सह राज्य सभा सांसद मनोज झा ने नीतिश सरकार पर जोरदार निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीमांचल से लेकर पूर्वांचल तक थानों में बिना रुपया दिए मामला दर्ज नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि अररिया ही नहीं अपितु जहानाबाद से औरंगाबाद तक की यही स्थिति है। उन्होंने कहा कि राज्य में अफसर शाही चरम पर है और जिला से लेकर प्रखंड तक के अधिकारी खुद को सुपर मुख्यमंत्री समझते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में सरकार नाम की चीज कोलैप्स कर चुकी है। मनोज झा ने कहा कि राज्य की जनता चाहती है कि तुरंत चुनाव हो और इन्हें गद्दी से उखाड़ फेंके।
वहीं उन्होंने जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर पर भी तीखा हमला किया है। मनोज झा ने प्रशांत किशोर के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि छात्र अगर कोई आंदोलन करता है तो वो विपक्षी दलों का समर्थन चाहता है वो ये नहीं चाहता कि उसका प्लेटफार्म हाइजैक कर लिया जाए। मनोज झा ने कहा कि किसी भी आंदोलन को नैतिक समर्थन देने के लिए झंडा बैनर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
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मालूम हो कि अररिया में मनोज झा ने राजद नेताओं संग महत्वपूर्ण बैठक किया और संगठन की जमीनी स्थिति से अवगत हुए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव कई योजनाओं पर काम कर रहे हैं जिसमें माई बहन योजना, वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी, स्मार्ट मीटर से गरीबों को राहत, बेरोजगारों को नौकरी की गारंटी, छात्रों के लिए जिले में ही परीक्षा केंद्र शामिल है।
श्री झा ने कहा कि तेजस्वी यादव की यह भी गारंटी है कि उनके आने के बाद किसी छात्र, बेरोजगार पर लाठी चार्ज नहीं होगा। वहीं उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि भाजपा और जेडीयू के राज में अररिया में महात्मा गांधी की कोई प्रतिमा नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हम जानते है कि बापू के भजन से दिक्कत है क्योंकि हमलोग बचपन से सुनते आए है “रघु पति राघव राजा राम” और इससे जिन्हें दिक्कत है उन्हें हम लोग गोडसे का ही अनुयाई मानेंगे। उन्होंने कहा कि इस भजन का विरोध करने वालों में शर्म नाम की कोई चीज नहीं है।