भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) ने बिहार के मनोज कुमार दुबे को अपना नया अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। यह बिहार के लिए गौरव की बात है कि मनोज कुमार दुबे को आईआरएफसी का अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (सीएमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया गया है। दुबे 1993 बैच के भारतीय रेलवे लेखा सेवा (आईआरएएस) के अधिकारी हैं। दुबे गुरुवार को पदभार ग्रहण कर लिए हैं। उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तारीख से 5 साल के लिए या अगले आदेश तक रहेगी। यह जानकारी बुधवार को पीएसयू कंपनी ने बाजार को एक्सचेंज फाइलिंग के जरिये दी।
मनोज कुमार दुबे बिहार में भोजपुर जिला स्थित आरा मुफ्फसील के सलेमपुर गांव के रहने वाले हैं। बता दें कि लंबे समय तक दुबे बिहार में ही रहे हैं। उन्होंने अपनी पहली नौकरी यूटीआई पटना के एक्जिबिशन रोड में की थी। उसके बाद यूपीएससी में चयन होने पर उन्होंने भारतीय रेलवे अकांउट सेवा ज्वाइन की।
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इससे पहले दुबे कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (कॉनकोर) में निदेशक (वित्त) और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) के रूप में कार्य कर चुके हैं। आईआरएफसी की कमान संभालने पर दुबे ने इसे भारत की प्रगति के लिए एक निर्णायक क्षण बताया। उन्होंने कहा, भारत आर्थिक प्रगति के एक महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़ा है और इस प्रतिष्ठित सार्वजनिक उपक्रम का नेतृत्व करना मेरे लिए सम्मान और जिम्मेदारी दोनों है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘विकसित भारत 2047’ की रणनीति में मुख्य भूमिका निभाने के लिए इच्छुक हैं।
मनोज ने कहा, मैं ऐसे संगठन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहा हूँ. आईआरएफसी की बाजार में मजबूत स्थिति को लेकर दुबे ने कहा, ‘मैं ऐसे संगठन का हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहा हूँ, जिसकी शुद्ध संपत्ति ₹50,755 करोड़ है और 51 लाख सेअधिक शेयरधारकों का विश्वास इसे प्राप्त है, जो भारत की किसी भी कंपनी में सबसे अधिक है। ₹2 लाख करोड़ से अधिक के बाजार पूंजीकरण के साथ, आईआरएफसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में 5वें और देश की सभी कंपनियों में 47वें स्थान पर है।