बिहार के सीतामढ़ी जिले में रुक-रुक कर हो रही बारिश (Rain In Bihar) से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से पूरा इलाका पानी-पानी हो गया है। नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार बारिश से जिले में बागमती समेत अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कई जगह नदियां उफना गई है। अगर नेपाल में बारिश का यही आलम रहा, तो नदियों के पानी से बाढ़ आ जायेगा। जिले के सुरसंड प्रखंड से निकलने वाली रातों नदी का जलस्तर मंगलवार की रात अचानक बढ़ गया। नदी में पानी बढ़ने से खास कर भिट्ठा गांव के लोग चिंतित है। कारण कि यह गांव नदी के समीप ही है। जैसे ही नदी का पानी बाहर आता है, तो सबसे पहले इसी गांव को प्रभावित करता है।
नाव से पहुंची बारात
वहीं गोपालगंज में बाढ़ की वजह से 22 गांव प्रभावित हो गए हैं। इस वजह से शादी के लिए दूल्हा और बरातियों को नाव से जाना पड़ा है। गोपालगंज जिले के माझागढ़ थाना के निमुइया पंचायत के भृगुन राउत टोला गांव गंडक नदी में आई बाढ़ के पानी से पूर्ण रूप से प्रभावित हो चुका है। नतीजतन इस गांव के विकास यादव को दूल्हा बनकर दो किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए नाव की सवारी करनी पड़ी। उनकी शादी पूर्वी चंपारण के मलाही गांव के सत्येंद्र यादव की पुत्री से होनी है, जहां बारात लेकर गए।
बिहार में बाढ़ का खतरा! IMD ने बारिश को लेकर जारी किया ऑरेंज अलर्ट
कैसे उठेगी डोली
सहरसा के महिषी प्रखण्ड स्थित एसएच 17 सड़क से सरडीहा चौक होते हुए कुंदह, सतौर पंचायत सहित नवहट्टा की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर स्थित पुल के अचानक धराशायी होने से इससे होकर गुजरने वाले दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। इस क्षेत्र के लोगों का प्रखण्ड मुख्यालय व जिला मुख्यालय सहित अन्य जगहों से संपर्क भंग हो गया है। जो लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ। आज इस क्षेत्र के दर्जनों परिवार में लड़कियों की शादी होने वाली है वैसे परिवारों की समस्या बढ़ गई। परिजनों को चिंता इस बात की है कि अब कैसे बेटी की डोली उठेगी। हालांकि प्रशासनिक स्तर से आवागमन बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।