जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष RCP Singh पार्टी में एकदम हाशिए पर धकेल दिए गए हैं। कभी पार्टी के खिलाफ विरोधी लाइन पर चलते दिखते हैं तो कभी पार्टी में नीतीश-ललन के सामने सरेंडर का प्रयास करते हैं। लेकिन जदयू ने मान लिया है कि आरसीपी सिंह का अब पार्टी में कोई भविष्य नहीं है।
“हैसियत-औकात भूल गए हैं RCP”
जदयू के नवनियुक्त प्रवक्ता मंजीत सिंह ने आरसीपी सिंह के खिलाफ सीधे मोर्चा खोल दिया है। यह पहली बार है कि जदयू के किसी पदधारी नेता ने आरसीपी सिंह को सीधे निशाने पर लिया है। पूर्व विधायक व प्रवक्ता मंजीत सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि आरसीपी सिंह अपनी हैसियत भूल गए हैं। उन्हें जो भी मिला है वो नीतीश कुमार जी के कृपा से ही मिला है। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह से आरसीपी सिंह को पार्टी से निकालने की मांग की है।
“साहब-साहब कहते नहीं थकते थे”
प्रवक्ता मंजीत सिंह ने कहा कि जिनका पार्टी बनाने में कोई योगदान नहीं, वे क्या चुनौती देंगे। उन्होंने कहा कि जदयू का निर्माण नीतीश कुमार ने संघर्ष कर किया है। जब नीतीश कुमार संघर्ष कर रहे थे तो आरसीपी सिंह सियासत में पैदा भी नहीं हुए थे। कुछ दिन पहले तक नीतीश बाबू, नीतीश बाबू और साहब-साहब कहते थकते नहीं थे।
“भाड़े के लोगों से नेता नहीं बनते”
आरसीपी सिंह की सभाओं में बिहार के मुख्यमंत्री का नारा लगने पर मंजीत सिंह ने कहा कि नारा लगाने वाले लोग भाड़े के लोग हैं। इन भाड़े के लोगों से नेता कोई नहीं बनता। जदयू बिल्कुल एकजुट है। सीएम पद पर 2025 में भी कोई वैकेंसी नहीं है। आरसीपी सिंह CM नीतीश की कृपा से ही JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बने। राज्यसभा गए , मंत्री बने। लेकिन नीतीश कुमार की कृपा से हटी तो वे सड़क पर आ गए हैं। आज अकेले खड़े हैं।