बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन आज हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही पुनः शुरू होने के बाद विनियोग विधेयक समेत कई अहम बिलों पर चर्चा हो रही थी, लेकिन विपक्षी दलों ने स्मार्ट मीटर को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच, आरजेडी विधायक मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने लगे, जिससे सदन में अव्यवस्था फैल गई।
सदन में इस अप्रत्याशित घटनाक्रम के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “सुन लीजिए, इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, बैठ जाइए। अव्यवस्था मत फैलाइए।” इसके बाद, उन्होंने मार्शल को आदेश दिया कि “इन्हें बाहर निकालो”। इस स्थिति के बाद सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
इससे पहले, विपक्ष ने स्मार्ट मीटर के मुद्दे को लेकर सदन के अंदर और बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। विपक्ष का कहना है कि स्मार्ट मीटर से बिजली बिलों में अनावश्यक वृद्धि हो रही है, जिसे लेकर वे सरकार से जवाब चाहते थे। जैसे ही स्पीकर सदन में विधेयक पास करवा रहे थे, इस बीच आरजेडी विधायक मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गए, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
सदन के इस हंगामे के बाद, विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इसे लोकतंत्र और सदन के अधिकारों का उल्लंघन करार दिया है। वहीं, सरकार ने विपक्षी विधायकों के बर्ताव को असंवैधानिक बताते हुए उनकी कार्रवाई की आलोचना की है।