जम्मू-कश्मीर के पूंछ में गुरुवार को शहीद हुए नवादा के वारिसलीगंज प्रखंड स्थित नारोमुरार गांव निवासी चंदन कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार को गांव पहुंचा। सेना के जवानों ने तिरंगे में लिपटे हुए बलिदानी चंदन के पार्थिक शरीर को लाया। इस दौरान चंदन के बड़े भाई पीयूष ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार से किसी भी तरह की मांग करना बेकार है। सरकार ने जातीय गणना कराकर पहले ही समाज को बांट दिया है। यह सरकार पहले ही मान चुकी है कि किस जाति का बेटा शहीद होगा तो उसकी अंतिम यात्रा में शामिल होना है। पीयूष ने कहा कि नीतीश सरकार द्वारा शहीद चंदन के लिए एक ट्वीट भी नहीं किया गया है।
सरकार को शर्म आनी चाहिए
चंदन के भाई ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा यह तक नहीं कहा गया कि इस राज्य का जवान और बेटा देश के लिए शहीद हो गया। सरकार को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को सिर्फ गठबंधन की चिंता है। उन्होंने शहीद के लिए अब तक कुछ नहीं किया।
शहीद परिवार को यूपी सरकार दे रही 50 लाख रुपए और नौकरी
पीयूष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार नए शहीदों को 50 लाख रुपए, एक नौकरी और शहीद के नाम पर सड़क बनवा रही है। यहां बिहार में क्या हुआ?
शहादत यात्रा में जुटे फौजी
चंदन की शहादत को सम्मान देने के लिए सेना के जनरल कमांडिंग अफसर मेजर जनरल विशाल अग्रवाल सेना मेडल, दानापुर आर्मी कैंट के कर्नल रमन समेत 30 फौजी आए थे। इस बीच बलिदानी के पार्थिव शरीर के साथ तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए।