बेतिया के बानुछापर स्थित चूड़ियांमाई स्थान के पास रेलवे ब्रिज के लिंक रोड के किनारे नाला बनाने में जल निकासी में सुगमता की अनदेखी कर दी गई है। जिसके कारण चूड़ियांमाई स्थित महादलित टोले सहित अनेक रैयती भूखंडो में जल जमाव से तालाब बन गया है। साथ ही वहां मच्छरों का भी प्रकोप और बढ़ गया है। स्थानीय नगर पार्षद इंद्रजीत यादव और कतिपय पीड़ित लोगों से शिकायत पाकर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने मंगलवार रेलवे के कनीय अभियंता अभिषेक कुमार और संवेदक के मैनेजर को खुद पहुंचने के साथ तलब किया।
नाले को जल्द बनाने का निर्देश दिया गया
नाला निर्माण के गलत लेबल और जलनिकासी के सुविधा की अनदेखी को लेकर महापौर सिकारिया ने रेलवे के इंजीनियर और ठेकेदार के स्टॉफ की क्लास लगाई। उन्होंने कहा कि पूरा नगर निगम क्षेत्र जलजमावमुक्त बनाना है। इसके लिए जल निकासी में किसी भी समस्या को ना तो छुपाना और ना ही किसी की भी अनदेखी को बर्दाश्त करना है। उन्होंने जलनिकासी की सुविधा की अनदेखी कर आनन फानन में चुड़िया माई स्थान के समीप बने नाले को तोड़ कर उपयुक्त नाला बनाने का निर्देश दिया।
महापौर ने चालू माह में ही सुधार की इस कार्रवाई को कर लेने का निर्देश दिया। रेलवे के अभियंता और ठेकेदार के स्टॉफ ने नव निर्मित पीसीसी नाले के बेड को तोड़ कर जल निकासी को सुगम बनाने के लिए नाले के बेड को फिर से बनाने का आश्वासन दिया। तब मौके पर मौजूद रहे नगर निगम के अभियंता मनीष कुमार को सुधार संबंधी पूरे कार्य की शतत निगरानी का निर्देश दिया है।