बिहार के सरकारी स्कूलों में शैक्षिक सत्र 2024-25 में शैक्षणिक विकास के लिए एक नई और विशेष योजना को लागू किया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रत्येक माह विज्ञान और गणित की पाठ्य पुस्तकों में से एक-एक पाठ का माइक्रो इम्प्रूवमेंट प्रोजेक्ट सभी विद्यालयों में कक्षा छह, सात और आठ के लिए भेजा जाएगा। यह प्रक्रिया तब तक चलेगी जब तक पाठ्य पुस्तकों के सभी शीर्षकों से संबंधित प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो जाते।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विज्ञान और गणित के कठिन विषयों को आसानी से समझाना है। इन प्रोजेक्ट्स को यूट्यूब पर लाइव संचालित किया जाएगा, ताकि छात्र और शिक्षक इसे आसानी से देख सकें और समझ सकें।
एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार, प्रत्येक विद्यालय तक इस प्रोजेक्ट को पहुंचाने के लिए इसे दीक्षा एप पर अपलोड किया जाएगा। दीक्षा एप पर अपलोड होने के बाद, यह प्रोजेक्ट यूट्यूब लाइव के माध्यम से 16 जुलाई को शुरू किया जाएगा। इस यूट्यूब कार्यक्रम में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, अध्यापक शिक्षा संस्थान के प्राचार्य, जिला शिक्षा समन्वयक, और प्रधानाचार्य सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को सहज, सरल और प्रभावी ढंग से शिक्षा प्रदान करना है। यह पहल पाठ्य पुस्तकों को बेहतर ढंग से समझने में छात्रों की मदद करेगी। लाइव प्रोजेक्ट के माध्यम से शिक्षक और छात्र दोनों ही विज्ञान और गणित के कठिन विषयों को सरलता से समझ सकेंगे।
शिक्षा विभाग का मानना है कि इस योजना से छात्रों का शैक्षिक विकास अधिक प्रभावी होगा और वे अपने पाठ्यक्रम को गहराई से समझ पाएंगे। इस पहल से छात्रों के बीच शिक्षा का स्तर भी ऊंचा उठेगा और उन्हें नए और रोचक तरीकों से सीखने का अवसर मिलेगा।