बिहार के नेता अपने बयानों को लेकर खुब चर्चा में रहते हैं। वर्तमान में नीतीश कैबिनेट एक मंत्री बयानवीर बनने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वो मंत्री अशोक चौधरी है। राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह के हुए वाद-विवाद के बाद से मंत्री अशोक चौधरी खुब सुर्खियाँ बटोर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि मंत्री अशोक चौधरी के बयानों का ही जिक्र ज्यादा हो रहा है, उनके सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट के भी कई मतलब निकले जा रहे हैं। आज तो मंत्री आशोक चौधरी पत्रकारों से बात करते हुए भाषाई सीमा को ही लाँघ दिया ।
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मंत्री अशोक चौधरी का अमर्यादित बयान
दरअसल आज बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का दूसरा दिन था। दूसरे दिन भी विधानसभा में तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर हंगामा हुआ। बता दें कि लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में तेजस्वी यादव का नाम चार्जशीट में दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद ही से विपक्ष में बैठी भाजपा उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है। विधानसभा के वेल में घुसकर आज भाजपा विधायकों ने हंगामा किया। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
उधर विधान परिषद में शिक्षक बहाली के मुद्दे पर हंगामा हुआ और कार्यवाही स्थगित हो गई। इसके बाद जब मंत्री अशोक चौधरी बाहर निकले तो उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया। उनसे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर सवाल किया गया। जिसका जवाब सुनकर सभी लोग हैरान रह गए। मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि “अब एफआईआर पर इस्तीफा लेने लगे तो साला जितना मंत्री है, जितना विधायक है, सब पर एफआईआर कर देगा ये लोग(भाजपा)” ।
BJP में शामिल होने के सवाल पर ये बोले
इसके बाद मंत्री अशोक चौधरी से भाजपा में शामिल होने और जमुई से चुनाव लड़ने को लेकर लगाए जा रहे कयास पर भी सवाल पूछा गया। जिसका जवाब देते हुए साफ किया कि वो कभी भी भाजप में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि मेरे पिता 9 बार एमएलए रहे हैं, मैं कांग्रेस में रहा हू इसलिए मेरी विचारधार सेक्यूलर है मै बीजेपी में नहीं जा सकता।